Fri, 23 May 2025

कांग्रेस ने पूछा परिवहन मंत्री से,भर्तियां पारदर्शी तो बर्खास्तगी क्यों ?

मीडिया            Aug 12, 2015


भोपाल मल्हार मीडिया मध्यप्रदेश कांग्रेस ने व्यापमं के जरिये परिवहन विभाग के लिये करायी गई परीक्षा के बाद भर्ती हुए आरक्षकों में से 13 को सेवा से बर्खास्त कर दिये जाने पर परिवहन मंत्री भूपेन्द्रसिंह पर सवाल दागा है, कि 21 जून, 2014 को ‘परिवहन आरक्षक भर्ती परीक्षा-2012’ में हुये भ्रष्टाचार और धांधलियों के बाद चयनित आरक्षकों और चयन प्रक्रिया पर कांग्रेस द्वारा उठाये गये सवाल के जबाव में 23 जून, 2014 को परिवहन मंत्री भूपेन्द्रसिंह ने कांग्रेस के आरोप को गलत बताते हुए कहा था, कि यह आरोप झूठे हैं और पूरी परीक्षा पारदर्शी तरीके से योग्य आरक्षकों के चयन के साथ की गई है। अब वे ही बतायें कि यदि उक्त परीक्षा पारदर्शी तरीके से की गई थी, तो एसटीएफ ने उनके कथन के बाद 39 परिवहन आरक्षकों व व्यापम अधिकारियों के विरूदध एफआईआर दर्ज क्यों की और अब परिवहन विभाग ने 13 परिवहन आरक्षकों की सेवा से बर्खास्तगी क्यों की? उन्होंने एक बार फिर कहा है कि इन 13 बर्खास्त परिवहन आरक्षकों के चयन में भी श्रीमती साधनासिंह, पूर्व परिवहन मंत्री जगदीश देवड़ा की जहां भूमिकायें थी, वहीं एक बर्खास्त आरक्षक एसटीएफ में ही पदस्थ एक डीएसपी के रिश्तेदार हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मिश्रा ने कहा कि परिवहन आरक्षकों की भर्ती में मुख्यमंत्री निवास का सीधा हस्तक्षेप था, आने वाले दिनों में सीबीआई जांच के दौरान पार्टी अपने प्रामाणिक पक्ष को उसे सौंपेगी। मिश्रा ने परिवहन मंत्री से यह भी पूछा है कि वे 17 चयनित परिवहन आरक्षक कौन हैं, जिन्होंने अपने चयन और मामला प्रकाश में आ जाने के बाद, मुख्यालय में आज तक अपनी ज्वांइनिंग ही नहीं दी। विभाग ने उनके विरूद्व क्या और कौन सी कार्यवाही की है, सार्वजनिक होना चाहिए? मिश्रा ने परिवहन मंत्री से यह भी आग्रह किया है कि वे इस परीक्षा में चयनित उन सभी 332 परिवहन आरक्षकों की 10 वीं, 12 वीं की अंकसूची, उनके जाति एवं मूल निवासी के प्रमाण पत्र, उन्हें सत्यापित करने वाले अधिकारियों के नाम तथा पद भी सार्वजनिक करें, ताकि वास्तविकता सामने आ सके।


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