ओम थानवी
कोयला घोटाले की खबरें दबाकर 100 करोड़ की रिश्वत उगाहने की कोशिश करने के आरोपी सुधीर चौधरी 2012 के अंत में जेल गए। ब्रॉडकास्ट संपादकों की एसोसोसिएशन ने उन्हें अपनी बिरादरी से बाहर कर दिया।
उन्हीं चौधरी को 2013 में हिंदी में सर्वश्रेष्ठ "ब्रॉडकास्ट" पत्रकारिता करने के लिए प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका एवार्ड दिया गया है। सुधीर को सरकार ने भी सुरक्षा व्यवस्था का वीआइपी दर्जा दिया है, उन्हें अभी और उपलब्धियां इस दौर में हासिल होंगी।
पर रामनाथ गोयनका सम्मान? मुझे उन प्रतिभाओं से सहानुभूति है जिन्हें 2013 वाली जूरी ने उसी कड़ी में चुना और अरुण जेटली ने जिन्हें कल नवाजा!
रामनाथ गोयनकाजी की पत्रकारिता-संसार में बहुत पुण्याई है; उस प्रतिष्ठा से किसी की डूबी 'प्रतिष्ठा' फिर चमक जाय, इससे अच्छा काम और क्या हो सकता है।
वरिष्ठ पत्रकार के फेसबुक वॉल से
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