उदय प्रकाश
कन्नड़ लेखक एम कलबुर्गी की हत्या के विरोध में साहित्य अकादमी पुरुस्कार लौटाने वाले जाने—माने प्रोफेसर उदय प्रकाश ने हिंदी सम्मेलन में हिंदी सेवियों की उपेक्षा करने पर कुछ सवाल उठाये हैं।
श्री प्रकाश ने पूछा है क्या अमिताभ बच्चन एम एम कालबुर्गी, पानेसर, दाभोलकर, मुरुगन, अनंतमूर्ति को जानते होंगे ? उनके पिता हिंदी के साहित्यकार थे। अमिताभ बच्चन क्या हिंदी के आज के साहित्यकारों के नाम भी जानते होंगे ? बॉलीवुड का और आज की राजनीति का कोई संबंध हिंदी साहित्य से बचा हुआ है क्या ? पता नहीं।
भोपाल में तो वे जरूर जावेद अख़्तर का नाम जानते होंगे। लेकिन क्या वे जाँ निसार अख़्तर के नाम से परिचित होंगे ?
क्या कभी उन्हें पता चला होगा कि कई भारतीय भाषाओं के लेखक उनके राज्यकाल में तरह-तरह की हिंसा का शिकार हो रहे हैं?
क्या विश्व हिंदी सम्मेलन के मंच से इस सबके बारे में कोई चिंता व्यक्त की जायेगी और ऐसा कोई प्रस्ताव पेश होगा ?
ऐसा लगता तो नहीं।
कोई बात नहीं।
कोई मुग़ालता भी नहीं।
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