मल्हार मीडिया
वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त ने आज औपचारिक रूप से पत्रकारिता में अपनी नई पारी, छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से प्रकाशित प्रतीष्ठित हिंदी दैनिक 'देशबंधु' के साथ इसके दिल्ली स्थित कार्यकारी संपादक के रूप में शुरू कर दी है।
कुछ दिनों पूर्व लोकमत को अलविदा कहनेवाले जयशंकर गुप्त अपने 35-36 वर्षों के पत्रकार जीवन में इससे पहले दैनिक हिन्दुस्तान, इंडिया टुडे, नवभारत टाइम्स, रविवार, श्रीवर्षा, असलीभारत, राजस्थान पत्रिका और अमृतप्रभात जैसे पत्र पत्रिकाओं के साथ जुडे रहे हैं।
सक्रिय और पूर्णकालिक पत्रकारिता के साथ जुडने से पहले दिनमान, धर्मयुग और रविवार के साथ स्वतंत्र लेखन करते रहे गुप्त छात्र जीवन में गांधी, लोहिया और जयप्रकाश नारायण के विचारों से प्रभावित होकर समाजवादी आंदोलन में सक्रिय रहे और आपातकाल के विरुद्ध जेल भी जा चुके हैं। अपनी तथ्यपरक एवं बेबाक टिप्णियों के साथ वह राजनीतिक विश्लेषक के रूप में कई प्रमुख खबरिया टीवी चैनलों पर भी अक्सर नजर आते हैं।
हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए उन्हें दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी का 'साहित्यकार सम्मान' तथा सांप्रदायिक दंगों और उनसे जुडे सवालों की बेबाक और तटस्थ रिपोर्टों और विश्लेषणात्मक लेखों के लिए प्रतिष्ठित 'सद्भावना पुरस्कार' भी मिल चुका है।
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