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दादरी में मीडिया की नोएंट्री,पीड़ित परिवार से मिले केजरीवाल, प्रशासन ने दिया सुरक्षा कारणों का हवाला

मीडिया            Oct 03, 2015


मल्हार मीडिया ब्यूरो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को यूपी के दादरी इलाके में मौजूद बिसहाडा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने 29 सितंबर को बीफ खाने की अफवाह फैलने के बाद भीड द्वारा पीट-पीटकर मारे गए अखलाक की फैमिली से मुलाकात की। हालांकि, पीडित परिवार से मिलने के लिए केजरीवाल को खासी मशक्कत करनी पडी। इससे पहले शनिवार की सुबह पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध के बाद केजरीवाल के काफिले को गांव के बाहर ही रोक दिया था। उधर पुलिस का कहना है कि सुरक्षा कारणों से केजरीवाल को गेस्ट हाउस ले जाया गया। दादरी के पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने कहा कि स्थानीय लोग वीआईपी लोगों के आने-जाने का विरोध कर रहे हैं। शनिवार को मीडिया को बिसराड़ा गांव में विरोध का सामना करना पड़ा। आ रही खबरों के अनुसार मीडिया पर हमला भी किया गया जिसमें वाहनों को नुक़सान पहुँचा है। ज्ञातव्य है कि अख़लाक़ की हत्या के बाद बड़ी तादाद में मीडियाकर्मी भी बिसराड़ा पहुँचे थे। रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस ने मीडिया को भी बिसराड़ा से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने NDTV की टीम पर हमला कर दिया, जिसमें NDTV के कैमरामैन को चोट आई। इसके साथ ही NDTV की गाड़ी और कैमरे में भी तोड़-फोड़ की गई। कई अन्य मीडियाकर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। दरअसल स्थानीय लोग गांव में मीडिया को जाने से रोक रहे हैं। उनका कहना है कि मीडिया की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। मीडियाकर्मी वहां अख़लाक़ की हत्या की घटना का कवरेज़ करने पहुंचे थे। केजरीवाल ने उनको रोके जाने पर सवाल उठाया कि हमें पुलिस और प्रशासन ने रोक दिया जबकि कल महेश शर्मा और ओवैसी को नहीं रोका गया था तो फिर मुझे क्यों रोका गया? मैं शांतिप्रेमी हूँ, सिर्फ़ अख़लाक़ के परिवार से मिलना चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि मुझ पर राजनीति करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। हाँ मैं राजनीति कर रहा हूँ लेकिन मैं प्यार और एकता की राजनीति कर रहा हूँ वो नफ़रत की राजनीति कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को भी गांव में नेताओं का तांता लगा रहा था। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा भी शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि यह घटना सुनियोजित नहीं थी। यह एक हादसा था। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। घटना के लिए सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहे। इस बीच लगातार पूछताछ से पीड़ित परिवार भी परेशान हो चुका है और अब सुर्खियों से दूर रहना चाहता है। मीडिया की तमाम ओबी वैन्स के बीच नेताओं की बड़ी गाड़ियों का काफिला शुक्रवार को बिसहड़ा पहुंचता रहा और वे घटना की जिम्मेदारी का ठीकरा एक-दूसरे के सिर फोड़ते रहे।


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