मल्हार मीडिया ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पत्रकार जगेंद्र की मौत के आरोपी मंत्री पर तो सरकार कोई कार्रवाई कर नहीं रही है, जिनके खिलाफ सबूत हैं उन्हें सिर्फ सस्पेंड करके बख्श दिया गया है। इस मामले में सरकार जवाब देने तैयार नहीं है अलबत्ता प्रदेश में पत्रकारों पर हमलों से चिंतित सरकार पत्रकारों के लिये हेल्पलाईन शुरू करने जा रही है। उधर जगेंद्र का परिवार न्याय न मिलने की दशा में आत्मदाह की धमकी दे रहा है और सरकार के मंत्री सारे सबूत सामने होने के बावजूद कह रहे हैं पहले जांच की जायेगी उसके बिना किसी मंत्री को नहीं हटाया जायेगा। इसे सरकार का दोहरा चरित्र ही माना जायेगा कि वह उस पत्रकार के साथ तो न्याय कर नहीं पा रही जिसे उसी के मंत्री के इशारे पर जिंदा जला दिया गया और हेल्पलाईन खोलकर पत्रकार बिरादरी के लिये चिंता जता रही है।

असंतुष्ट पत्रकार बिरादरी को खुश करने और उन्हें त्वरित न्याय दिलाने के लिए सरकार अब उनके लिए एक हेल्पलाइन शुरू करने जा रही है। मुजफ्फरनगर के जिला सूचना अधिकारी अनमोल त्यागी की मानें तो ‘पत्रकार अपनी शिकायत इस टोल फ्री नंबर पर दर्ज करा सकते हैं और 15 दिन में उनकी शिकायत का निस्तारण कर दिया जाएगा।’ सूत्रों के अनुसार पत्रकारों के लिए बनाई जाने वाली हेल्पलाइन दूसरे नंबरों से अलग लाइन पर होगी। पत्रकार अपनी शिकायत सीधे जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से कर सकते हैं। इस टोल फ्री नंबर पर की गई शिकायत की मॉनीटरिंग सीधे मुख्यमंत्री करेंगे। इसके अलावा शिकायत का स्टेटस (मामले में हुई प्रगति) भी देखा जा सकेगा।
इसके अलावा प्रदेश सरकार 20 जून से एक न्यूज पोर्टल भी शुरू करने जा रही है। इसके लिए राज्य के सभी सूचना अधिकारियों के लिए 17 जून को लखनऊ में एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा। सूचना निदेशक आशुतोष निरंजन ने बताया, कॉल सेंटर के लिए दो-तीन दिन पूर्व काम शुरू कर दिया गया है और उम्मीद है कि इस महीने से हेल्पलाइन भी शुरू हो जाएगी।’

इस बीच शाहजहांपुर में पत्रकार जगेंद्र सिंह के परिजनों ने प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री पर हत्या का आरोप लगाते हुए जल्द न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। जगेंद्र सिंह की पत्नी ने कहा, ‘मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने में जानबूझकर देरी हो रही है और इसलिए सरकार पर से हमारा विश्वास उठ रहा है। प्रदेश में समाजवादी पार्टी के शासन में कोई भी व्यक्ति न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता है।’ उन्होंने इस मामले के आरोपी मंत्री राममूर्ति वर्मा की बर्खास्तगी की मांग की है। जगेंद्र सिंह के परिजनों ने इस मामले में ठोस कार्रवाई न होने तक अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है और भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है।
इन्हीं सब बातों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पत्रकारों के लिए एक हेल्पलाइन शुरू करने की योजना बनाई है। आराष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2014 में प्रदेश में हुए अपराधों में 72 प्रतिशत पत्रकारों के खिलाफ हुए। पार्लियामेंट में रखे गए आंकड़ों के अनुसार इन हमलों में अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
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