मल्हार मीडिया
पाकिस्तान के एक प्रमुख दैनिक ने कहा है कि शिवसेना एक ‘दानव’ का रूप लेती जा रही है जिसे नियंत्रित कर पाना बहुत मुश्किल हो सकता है तथा देश की छवि सुरक्षित रखने के लिए सरकार को इस पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
समाचार पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ ने ‘शिवसेना मैडनेस’ शीषर्क वाले अपने संपादकीय में कहा, ‘यह स्पष्ट है कि शिवसेना का आतंक नियंत्रण से बाहर जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में बार-बार इस तरह की घटनाएं हुई हैं। हां, यह पार्टी अतीत में भी रही है और उसने समय समय पर धमकियां भी दी हैं, लेकिन इस तरह का बल प्रयोग और जहर कभी नहीं था।’ अखबार ने कहा कि शिवसेना सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी है और अतिवादी गतिविधियों को लेकर सरकार की तरफ से जवाब देने में कमी का यह एक बड़ा कारण है।
उसने कहा कि इन हमलों का मुख्य सार यह लगता है कि ये हमले उनकी अतिवादी हिंदू विचारधारा का विरोध करने पर होते हैं तथा उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तानी लोग मुख्य निशाना दिखते हैं।
इस पाकिस्तानी अखबार में यह संपादकीय ऐसे वक्त में लिखा गया है जब कल शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष के साथ बातचीत का विरोध करते हुए मुंबई में बीसीसीआई के मुख्यालय पर धावा बोल दिया था। शिवसेना ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मौजूदा क्रिकेट श्रृंखला में पाकिस्तानी अंपायर अलीम डार का भी विरोध किया था।
अखबार ने कहा, ‘भारत, उसकी छवि और क्षेत्र की खातिर नई दिल्ली को कार्रवाई करने की जरूरत है। पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्ते को फिर शुरू करने को लेकर पहले से ही बड़ा फासला है।’
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