मल्हार मीडिया डेस्क
अगर यह कहा जाये कि मीडिया पर सोशल मीडिया के जरिेये अंकुश रखा जा सकता है जो उटपटांग होती हैं तो अतिशंयोक्ति नहीं होगी। ऐसा ही कुछ हुआ असम में जहां एक न्यूज चैनल द्वारा महिलाओं पर की गई एक खबर के लिये उसे सोशल मीडिया के विरोध का न सिर्फ सामना करना पड़ा बल्कि माफी भी मांगनी पड़ी। आखिरकार हाल ही में लांच हुये ‘प्रतिदिन टाइम्स’ नामक इस न्यूज चैनल के संपादक को बिना शर्त माफी भी मांगनी पड़ी।
दरअसल, यह मामला तब सुर्खियों में आया जब चैनल ने एक खबर प्रसारित की जिसमें गर्मी के कारण युवती द्वारा पहने गए शॉर्ट्स और स्कर्ट को लेकर उसकी आलोचना की गई थी। इसमें युवती के चेहरे को बिना धुंधला (blurring) किए दिखाया गया था और यह फोटो रास्ते में जाते समय बिना उसकी सहमति के लिया गया था। इस खबर में बॉलिवुड फिल्म का गाना चलाया गया था और रिपोर्टर और टिप्पणीकार दोनों पुरुष थे जो बार-बार कह रहे थे कि गुवाहाटी की अधिकांश लड़कियों के लिए अपने शरीर का प्रदर्शन करना फैशन बनता जा रहा है।
‘Scantily-clad girls, a summer-time nuisance!’ शीर्षक से प्रकाशित इस टीवी रिपोर्ट में आश्चर्यजनक रूप से इन फैशनपरस्त युवतियों की तुलना कपड़े पहने हुए बंदरों (dressed monkeys) से की गई थी।
इस रिपोर्ट के प्रसारित होने के बाद फेसबुक से धीरे-धीरे इस पर प्रतिक्रिया शुरू हो गई। गुस्साए फेसबुक यूजर्स के एक ग्रुप ने इस न्यूज रिपोर्ट के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया। वे केंद्र सरकार से इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। धीरे-धीरे न्यूज चैनल के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा बढ़ता गया और लोगों ने प्रदर्शन करने शुरू कर दिए। प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में गुवाहाटी के पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। इस न्यूज के प्रसारित करने पर लोग न्यूज चैनल की निंदा कर रहे थे।
लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए इस न्यूज चैनल के संपादक को आगे आना पड़ा और फेसबुक पर माफी मांगनी पड़ी। चैनल के संपादक ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस बात को बेवजह तूल दिया जबकि यह न्यूज दो महीने पहले प्रसारित की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि उक्त न्यूज रिपोर्ट व्यापक शोध के बाद तैयार की गई थी।
हालांकि संपादक ने कहा, ‘इस रिपोर्ट द्वारा न्यूज चैनल का इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। यदि इस न्यूज के प्रसारण से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो चैनल उसके लिए माफी मांगता है।’
इस रिपोर्ट की जिम्मेदारी लेते हुए चैनल के संपादक ने कहा कि वह न्यूज आइटम चैनल की वेबसाइट से हटा लिया गया है और संबंधित रिपोर्टर को भविष्य में इस तरह की गलती न करने की चेतावनी दी गई है।
वहीं इलेक्ट्रोनिक मीडिया फोरम आसाम (EMFA) ने सभी न्यूज चैनल्स से न्यूज या कोई अन्य सामग्री प्रसारित करते समय निर्धारित गाइडलाइन्स का पालन करने की सलाह दी है। EMFA ने गुवाहाटी प्रेस क्लब के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रमों की एक श्रंखला भी शुरू की है।
साभार एस4एम
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