मल्हार मीडिया
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सोमवार को ट्विटर पर एक महिला पत्रकार की रिपोर्ट पर तब भड़क गईं, जब महिला पत्रकार ने बताया कि स्मृति ने केंद्र सरकार द्वारा संचालित केन्द्रीय विद्यालय स्कूलों में प्रवेश के लिए 5,000 से अधिक सिफारिशें की हैं। दरअसल महिला पत्रकार अनुभूति विश्नोई बिजनेस अखबार इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्टर हैं, जिनकी एक रिपोर्ट सोमवार को अखबार में प्रकाशित हुई है।
इस रिपोर्ट में इकनॉमिक टाइम्स ने दावा किया है कि मानव संसाधन विकास मंत्री ने शैक्षणिक वर्ष 2015-16 में केन्द्रीय विद्यालयों में प्रवेश के लिए 5,100 सिफारिशें की हैं। स्मृति ईरानी केंद्रीय विश्वविद्याल संगठन की चेयरपर्सन हैं, जो देश में लगभग एक हजार स्कूलों का संचालन करता है।

ज्ञातव्य है कि केंद्रीय विद्यालय की पुरानी गाइडलाइन के मुताबिक, एचआरडी मिनिस्टर हर सेशन में 1200 एक्स्ट्रा ऐडिमशन की सिफारिश कर सकते हैं। वह अपनी स्पेशल पावर यानी अपने ऐडमिशन कोटा का इस्तेमाल करते हुए सिफारिश देते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले महीने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की बैठक हुई थी, जिसमें सांसदों के लिए एडमिशन कोटा हर साल 6 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया था।
स्मृति ने ट्विटर के जरिए सोमवार को इस तरह की खबरों का खंड़न करते हुए रिपोर्ट मांग की है। ईरानी ने पत्रकार से कहा कि सभी एडमिशन बीपीएल परिवारों व सभी पार्टियों के सांसदों की सिफारिशों पर हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह आपके स्रोत आधारित झूठे तथ्यों को नजरअंदाज करती हूं।
वहीं पत्रकार ने यह कहते हुए जवाब दिया कि उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कोई भी जवाब नहीं मिला। पत्रकार ने कहा कि वह हमेशा मंत्री के रूप में उनका ‘बहुत अधिक सम्मान’ करती हैं। हालांकि इस दौरान ट्विटर पर स्मृति ईरानी समझौते के मूड में नहीं दिखीं। उन्होंने पत्रकार से कहा कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है यदि वह उनकी इज्जत करें या न करें।
ऐसा पहली बार नहीं है जब स्मृति ईरानी ने किसी पत्रकार पर भड़कीं हों, इससे पहले भी पत्रकारों और प्रकाशनों की खिंचाई कर चुकी हैं। दरअसल पिछले साल भी वे रिपोर्टर की खबर को झूठा करार देते भड़कीं थी, जिसमें क्रिसमस दिवस पर सीबीएससी स्कूल खोले जाने की बात कही गई थी।
समाचार4मीडिया
Comments