मुंबई प्रेस क्लब ने जताई चिंता, पत्रकार सोनार को भी जान का खतरा

मीडिया            Sep 22, 2015


मल्हार मीडिया डेस्क कल खबर आई थी की पंसारे हत्याकांड जांच में सामने आया है कि हत्यारों के निशाने पर पत्रकार निखिल वाग्ले भी थे। सनातन संस्था के सदस्य समीर की गिरफ्तारी के बाद उसके कॉल रिकॉर्ड में लोकमत के पूर्व संपादक निखिल वाग्ले की जान को खतरे के खुलासे के बाद मुंबई प्रेस क्लब भी हरकत में आया है। प्रेस क्लब ने कल एक स्टेटमेंट जारी करके महाराष्ट्र सरकार और पुलिस के सामने चिंता जताई है। प्रेस क्लब ने एक और मराठी पत्रकार श्याम सुंदर सोनार की जान के खतरे को लेकर भी चिंता जताई है। मराठी अखबार ‘प्रहार’ के पत्रकार श्याम सुंदर सोनार ने भी गोविंद पनसारे की हत्या को लेकर काफी कुछ लिखा है और अपने परिवार के लिए पुलिस को पत्र लिखकर सिक्योरिटी की मांग की है। हालांकि सनातन संस्था के प्रवक्ता अभय वर्तक ने अपनी संस्था के किसी भी तरह की दखलअंदाजी से इनकार किया है। लेकिन पॉलिटिकल पार्टीज के बाद अब मीडिया संस्थाओं के खुलकर सामने आने से महाराष्ट्र पुलिस पर दबाव बढ़ गया है। सोमवार को मुंबई प्रेस क्लब ने सनातन संस्था से जुड़े पदाधिकारी के कॉल रिकॉर्ड्स का खुलासा होते ही एक स्टेटमेंट जारी किया, इसमें कहा गया कि निखिल बागले और श्याम सुंदर सोनार की जान को खतरा है। हालांकि मुंबई पुलिस के अधिकारी वागले से मिले थे और सिक्योरिटी ऑफर की थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इस स्टेटमेंट के मुताबिक,मुंबई प्रेस क्लब पूरी दृढ़ता के साथ वागले और सोनार के साथ खड़ा है और सरकार व पुलिस से उम्मीद करता है कि वो उनकी सिक्योरिटी सुनिश्चित करेंगे। समाचार4मीडिया


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