एबीपी न्यूज चैनल के मप्र ब्यूरो ब्रजेश राजपूत ने दिखा दिया कि मध्यप्रदेश के विज्ञापन घोटाले में असली घोटाला क्या है। विधानसभा सत्र के बाद से शुरू हुये इस हंगामे के कारण अच्छे—खासे विशुद्ध् पत्रकारों को गालियां दी गईं महिला पत्रकारों को वेश्या तक कहा गया। वेबसाईट संचालकों को दलाल और मां को बेचने वाला तक कहा गया,लेकिन गजब थी इनकी खामोशी।
ऐसे में मुहिम छेड़ी मल्हार मीडिया ने खबरनेशन ने सूची को देखकर खबर बनाई और सारे वेबसाईट संचालकों को घोटालेबाज करार दे दिया। पढ़े—लिखे को फारसी क्या और हाथ कंगन को आरसी क्या की तर्ज पर चलते हुये मल्हार मीडिया पिछले एक महीने से लगातार ये लिख रहा था कि असली घोटाला तो ये है कि बंद पड़ी वेबसाईट्स को विज्ञापन जारी कर दिये गये। सोसाइटीज और चैनल पर भी तो नजर डालिये मगर नहीं एक लाईन से सब वेबसाईट्स संचालकों को गरिया रहे थे। आखिरकार मल्हार मीडिया की मुहिम रंग ला रही है।
और ये है असली खबर सारे वेबसाईट संचालकों को घोटालेबाज करार देने वाले लोग ये खबर जरूर देखें और जानें कि असली घोटाला कहां है। भेड़चाल से अलग खबरें ऐसी बनाई जाती हैं। इसी परिपाटी पर चलता है मल्हार मीडिया क्योंकि पत्रकारिता को गालियां देने का हक किसी को नहीं है।
देखें वीडियो इस लिंक में
ये है असली विज्ञापन घोटाला
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