पैसे की भूख से तड़प रहे देश के नामी मीडिया घराने बेखौफ, कैसी-कैसी शर्मनाक हरकतें करने पर आमादा हैं। इन बेशर्मों ने तो पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की लोकप्रिय निष्ठा को भी ऐसे मौके पर बेच दिया, जिस वक्त उनके निधन पर पूरा राष्ट्र गहरे शोक में डूबा हुआ था। ऐसी अक्षम्य निर्लज्जता का प्रदर्शन किया कानपुर में दैनिक जागरण और अमर उजाला ने।
दोनों अखबारों ने ऐसे दुखद मौके पर विज्ञापनों की लूट के लिए किस तरह उस अविस्मरणीय हस्ती की छवि को सरेबाजार नीलाम कर दिया, जिसके जाने से पूरा देश आज भी विचलित है। दोनो अखबारों ने डॉ. कलाम के निधन को अपनी बाजारवादी गंदी मनोवृत्ति से जोड़ कर "कलाम को सलाम" नाम से एक-एक पेज विज्ञापन परिशिष्टांक छापकर लाखों की धन उगाही कर ली।
पहले दिन ये बेहयायी कानपुर दैनिक जागरण ने की। उसके अगले दिन अमर उजाला ने "कमाल के कलाम" नाम से एक पेज का विज्ञापन छापकर अपने नंगेपन का सुबूत दे दिया। दोनों ने डा. कलाम के नाम पर एक-एक पेज का विज्ञापन छापकर धन उगाही तो की पर श्रद्धांजलि के नाम पर उन्हें एक सेंटीमीटर जगह देना भी मुनासिब नहीं समझा।
भडास4मीडिया
Comments