तो सोशल मीडिया पर पकड़ है इनकी मगर क्यों इसलिये कि आसान है सिर्फ एक ईमेल आईडी ही तो चाहिए। सोशल मीडिया आत्मप्रशंसा के भरपूर मौका देता है और यह अपने यूजर को इसका चस्का भी लगा देता है ऐसा चस्का कि अगर वह एक पल भी इस पर न जाये तो उसे कसमसाहट बेचैनी होने लगती है। कोई माने या न माने मगर आज का सच यही है कि इसका यूजर एक बार बिना भोजन—पानी के रह जायेगा मगर सोशल मीडिया के बगैर नहीं रह पायेगा।
बात करें वेब पत्रकारिता की। वेब पत्रकारिता की जब बात आती है तो एक बात बहुत साफ होती है कि इसमें सिर्फ पत्रकारिता होगी यानी समाचार,विचार आदि। यानि वह सब होगा जो किसी अखबार या न्यूजचैनल का कंटेंट होता है। लेकिन यहां फिर गड़बड़झाला नजर आता है जब यहां भी कई लोग अपनी निजी वेबसाईट को भी पत्रकारिता का माध्यम बताते हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से कई लोग ऐसे भी हैं जो पत्रकार नहीं हैं और खुद को पत्रकार साबित करने पर आमदा होते हैं। एक फेसबुक पेज बनाकर उस पर जो चाहे लिखना इधर—उधर से समाचार कॉपी पेस्ट करना फोटो शेयर कर देना इनके लिये पत्रकारिता का लगभग सर्टिफिकेट जैसा होता है। लेकिन इस पत्रकारिता के कारण असल पत्रकारिता का नुकसान हो रहा है,उदाहरण यह कि अगर किसी वास्तविक पत्रकार पर कोई मुसीबत आती है तो उसे कहा जाता है कि अरे तुम तो फेसबुकिए पत्रकार हो।आलम यह है कि वेब पत्रकारों को फेसबुकिया पत्रकार कहा जाता है।
इसे इस तरह भी समझा जा सकता है। आमतौर पर पत्रकारों की नौकरियों के दौरान संस्थानों में नहीं पटती तो वे नौकरी छोड़ देते हैं। पहले ऐसा कोई माध्यम नहीं था अब है सोशल मीडिया। इस वे अपना पेज बना कर खबरें देने लगते हैं। उदाहरण के लिये उत्तरप्रदेश के स्वर्गीय जगेंद्र को लिया जा सकता है। अपनी बिंदास और धाकड़ खबरों के लिये जाने जाने वाले जगेंद्र सिंह की नौकरी में बहुत दिन नहीं पटी तो उन्होंने अपना फेसबुक पेज बनाया शाजापुर समाचार के नाम से और उस पर खबरें लिखने और शेयर करने लगे।
जब जगेंद्र की हत्या हुई तभी यह बात उठी कि वो पत्रकार नहीं थे।यह इसीलिए हुआ क्योंकि कई गैरपत्रकारों ने मीडिय से मिलते—जुलते पेज बना रखे हैं। सोशल मीडिया में कापी पेस्ट का खतरा भी बहुत बढ़ गया है। क्योंकि यहां ऐसी कोई सुविधा नहीं है कि मूल लेख को कोई कापी न कर सके और अपने वॉल पर चिपका न सके।
तो कुलमिलाकर यह कि सोशल मीडिया आपकी वेबसाईट के लिये एक बेहतरीन प्लेटफार्म है। आपके समाचारों के लिए एक बेहतरीन सोर्स है मगर जब तक आप उसकी सत्यता ना जांच लें आप भरोसा नहीं कर सकते।
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