हिरासत में हार्दिक,समर्थकों पर लाठीचार्ज,कई मीडियाकर्मी भी हुये घायल
मीडिया
Aug 25, 2015
मल्हार मीडिया ब्यूरो
गुजरात में पटेल समाज के लिए आरक्षण की मांग को लेकर मुहिम चलाने वाले हार्दिक पटेल को पुलिस ने देर शाम अहमदाबाद से हिरासत में लिया और कुछ ही देर बाद छोड़ भी दिया। बताया जा रहा है कि गुजरात के अहमदाबाद में जिस मैदान में पटेल समाज के लोगों ने रैली और प्रदर्शन किया वह मैदान खाली कराने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की और लाठी चार्ज का प्रयोग किया।
पुलिस का कहना है कि अनुमति से ज़्यादा ठहरने की वजह से कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने मीडिया वालों को भी नहीं बख्शा और उन पर भी लाठी चार्ज किया गया। इस लाठी चार्ज में कई पत्रकार घायल भी हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि सोला रोड, भूईंग में हिरासत की खबर के बाद तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। कुछ गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। भले ही पुलिस ने शहर के हालत बिगड़ते देख हार्दिक को छोड़ दिया हो लेकिन, राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने ट्वीट कर लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाएं रखें और कानून अपने हाथ में न लें।
इससे पहले अहमदाबाद में आरक्षण की मांग को लेकर पटेल समुदाय के लोगों की महारैली ने राज्य सरकार को मुश्किल में डाल दिया था। इस रैली में हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी।
अहमदाबाद में रैली की जगह पहुंचकर कलेक्टर ने ज्ञापन लेने की पेशकश की, जिस पर हार्दिक पटेल ने सीएम आनंदीबेन पटेल को बुलाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि सीएम के आने तक वह और दूसरे नेता उपवास पर बैठे रहेंगे और वहीं मैदान ये लोग डटे रहे, जिसके कारण पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी।
गुजरात सरकार ने हार्दिक पटेल और तीन अन्य की यह मांग व्स्तुत: खारिज कर दी कि वे अपनी भूख हड़ताल तभी खत्म करेंगे जब मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल व्यक्तिगत तौर पर प्रदर्शन स्थल पर उनसे मिलने आएं । सरकार ने कहा कि उसे इस बाबत कुछ नहीं करना है ।
रैली को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा, अगर एक पटेल (सरदार पटेल) देश को जोड़ सकता है, तो हम राज्य में 80 लाख हैं, पूरे देश में 27 करोड़ हैं, हम ये नहीं कर सकते? उन्होंने कहा, पटेल समाज को उसका हक और न्याय मिलना चाहिए। हमारी मांगें सही हैं। हमारी लड़ाई सिस्टम के खिलाफ है। हम किसी दल के नहीं हैं, लेकिन जो हमारे आंदोलन को सफल बनाएगा हम उसी का साथ देंगे।
इससे पहले ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे पटेल समुदाय के दो प्रमुख समूहों में मंगलवार को उस वक्त दरार खुलकर सामने आ गई जब लालजी पटेल की अगुवाई वाले सरदार पटेल समूह (एसपीजी) ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक पटेल की ओर से किए गए भूख हड़ताल के फैसले से खुद को अलग कर लिया।
एसपीजी राज्य में पटेल समुदाय का सबसे बड़ा सामाजिक समूह है जिसने पहले 22 वर्षीय हार्दिक की ‘पाटीदार अनामत आंदोलन समिति’ की ओर से मंगलवार को आयोजित की गई रैली का समर्थन किया था। पटेल समुदाय की मांग है कि उसे राज्य में ओबीसी कोटे में आरक्षण दिया जाए।
सरदार पटेल समूह के नेता लालजी पटेल ने संवाददाताओं से कहा, 'मुख्यमंत्री के आने और उससे ज्ञापन लेने तक भूख हड़ताल पर बैठने का हार्दिक का फैसला उसका व्यक्तिगत फैसला है जिसका समर्थन अन्य लोग नहीं करते।' यह पूछे जाने पर कि क्या उनका समूह सरकार से बातचीत के लिए तैयार है, इस पर पटेल ने कहा, 'हम इसके लिए हमेशा तैयार हैं और यदि सरकार ने हमें आमंत्रित किया तो हम जाएंगे।'
हार्दिक ने मंगलवार दिन में कहा था कि पटेल समुदाय सरकार से कोई बातचीत नहीं करेगा। रैली में हार्दिक ने भाषण दिया, जबकि लालजी ने बड़ी तादाद में आए लोगों को संबोधित नहीं किया।
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