मल्हार मीडिया ब्यूरो।
सूचना-प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने गुरुवार 17 अक्टूबर को 'स्कैम से बचो' (Scam se Bacho) नामक राष्ट्रीय उपयोगकर्ता जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया।
यह अभियान बढ़ते साइबर धोखाधड़ी और घोटालों से निपटने के लिए शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित रखना है।
यह पहल 'मेटा' (Meta) द्वारा शुरू की गई है और इसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), गृह मंत्रालय (MHA), सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) और भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के सहयोग से चलाया जा रहा है।
इसका मकसद सरकार की साइबर सुरक्षा बढ़ाने और ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के प्रयासों को समर्थन देना है।
साइबर सुरक्षा के प्रति सरकार का मजबूत कदम
संजय जाजू ने इस अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि 'स्कैम से बचो' एक महत्वपूर्ण और समयानुसार पहल है, जो हमारे नागरिकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने की दिशा में उठाया गया एक आवश्यक कदम है।
उन्होंने इसे डिजिटल सुरक्षा और सतर्कता को बढ़ावा देने के लिए सरकार का एक व्यापक प्रयास बताया, जो देश में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता और सावधानी की संस्कृति को मजबूत करेगा।
तेजी से बढ़ती साइबर चुनौतियां
भारत, जहां 900 मिलियन से अधिक इंटरनेट यूजर्स हैं, ने 'डिजिटल इंडिया' पहल के तहत डिजिटल विकास में अद्वितीय प्रगति की है और वह UPI लेन-देन में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बन चुका है। लेकिन इस डिजिटल प्रगति के साथ ही साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी आई है।
वर्ष 2023 में 1.1 मिलियन से अधिक साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए, जो इस बढ़ते खतरे की ओर इशारा करते हैं।
प्रधानमंत्री ने इस बढ़ते साइबर खतरे से निपटने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया है। इसी संदर्भ में, 'स्कैम से बचो' अभियान न केवल एक जागरूकता अभियान है, बल्कि इसे एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है, जो भारतीय नागरिकों को साइबर खतरों से सुरक्षित रहने के लिए उपकरण और जानकारी प्रदान करेगा।
सजगता और डिजिटल सुरक्षा का माहौल बनाना है लक्ष्य
संजय जाजू ने इस अभियान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य भारत के हर नागरिक को साइबर खतरों से सुरक्षित रखना है। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य सरल है, लेकिन प्रभावशाली- एक डिजिटल सुरक्षा और सतर्कता की संस्कृति को स्थापित करना। मेटा की वैश्विक विशेषज्ञता का लाभ उठाकर, यह अभियान भारतीय नागरिकों को साइबर खतरों से बचाने के लिए सशक्त करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि हमारी डिजिटल प्रगति के साथ-साथ डिजिटल सुरक्षा भी मजबूत हो।"
इस अभियान से उम्मीद की जा रही है कि यह देश में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और लोगों को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Pib
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