मल्हार मीडिया ब्यूरो।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने शनिवार को यहां कहा कि यह लोगों में गलमफहमी है कि भारत सरकार निर्यातकों को सब्सिडी प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जो करती है, उससे सिर्फ उन्हें वैश्विक बाजारों में प्रवेश करने पर होने वाली परेशानियां कम होती हैं। उन्होंने कहा, "यह गलत धारणा है कि हम अपने निर्यातकों को सब्सिडी देते हैं.. वास्तव में हम निर्यातकों को सब्सिडी नहीं देते। भारत में हम निर्यातकों को जो देते हैं, वह निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कोई सब्सिडी या लाभ नहीं है, वह एक तरह से उनके पास मौजूद आंशिक रूप से अपर्याप्त बुनियादी ढांचे के समर्थन को पूरा करता है।"
'द इकोनॉमिक टाइम्स' के सहयोग से 'एक्सपोर्ट एक्सिलेंस' के लिए आयोजित 'शीफेक्सिल' पुरस्कार में उन्होंने कहा, "हम उन्हें होने वाली परेशानियों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। वास्तव में यह निर्यात सब्सिडी नहीं है, लेकिन यह एक तरह से वैश्विक बाजारों में प्रवेश करने पर उनपर पड़ने वाले बोझ को कम करने का एक तरीका है।"
उन्होंने कहा कि अमीर देश अपने किसानों को भारत से ज्यादा सब्सिडी प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा, "हम वास्तव में कोई उल्लंघन नहीं कर रहे हैं, यहां तक कि हम वैश्विक व्यापार तंत्र का उल्लंघन करने की कोशिश भी नहीं कर रहे हैं।"
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