मल्हार मीडिया ब्यूरो।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के तहत गुरुवार को 14वें दिन भी राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। हालांकि, सरकार मातृत्व अवकाश और ग्रेच्युटी बढ़ाने संबंधी विधेयक पारित कराने में सफल रही।
यह विधेयक कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सांसदों के हंगामे के बीच ध्वनिमत से पारित हो गया।
सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सभापति एम. वैंकेया नायडू ने सांसदों और देश को विश्व जल दिवस की शुभकामनाएं दी और भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की सुरक्षा करने और जल संरक्षण करने का आग्रह किया।
नायडू ने श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार द्वारा पेश ग्रेच्युटी भुगतान (संशोधन) विधेयक को पारित कराने के लिए सदस्यों से सहयोग मांगा। यह विधेयक 15 मार्च को लोकसभा में हंगामे के बीच पारित हो गया था।
विधेयक पारित होने के तुरंत बाद ही अन्नाद्रमुक, तेदेपा और कांग्रेस के सांसद सभापति के आसन के पास एकत्र हो गए और नारेबाजी करने लगे।
नायडू ने उनसे अपने सीट पर लौटने का आग्रह किया, लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस, तृणमूल और कुछ अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्य पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के खिलाफ हंगामा कर रहे हैं, जबकि तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर हंगामा कर रहे हैं।
अन्नाद्रमुक कावेरी जल प्रंबधन बोर्ड के गठन की मांग कर रहा है।
Comments