मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के 15 जिला रोजगार कार्यालयों का आधुनिकीकरण और उन्नयन कर इन्हें प्लेसमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बात मंगलवार को तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्यमंत्री दीपक जोशी ने कही। जोशी ने अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कहा कि पहले चरण में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, सागर, उज्जैन, होशंगाबाद, शहडोल, धार, खरगौन, देवास, सिंगरौली, सतना और कटनी कुल 15 जिलों के रोजगार कार्यालयों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। आधुनिकीकरण पीपीपी मोड में होगा।
जोशी ने मंत्रालय में प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन देखा और जरूरत के अनुसार सभी स्वीकृतियां समय-सीमा में देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस मद में जितना बजट है, उसका सदुपयोग करें। बजट लेप्स नहीं होना चाहिए, साथ ही मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन और कौशल्या योजना में प्रशिक्षण जल्द शुरू किए जाएं।
बैठक में बताया गया कि प्लेसमेंट सेंटर में दो काउंसिलिंग रूम, दो इंटरव्यू रूम और एक कम्प्यूटर लैब भी रहेगी। स्थान की उपलब्धता के आधार पर इसमें परिवर्तन हो सकेगा। सेंटर में युवाओं को प्लेसमेंट से संबंधित तैयारी कराई जाएगी। इन आधुनिक रोजगार कार्यालयों कम प्लेसमेंट सेंटर के माध्यम से 6 महीने में लगभग 25 हजार युवाओं को प्लेसमेंट देने का लक्ष्य है।
बैठक में मध्यप्रदेश रोजगार निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष हेमंत देशमुख, तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय बंद्योपाध्याय, कौशल विकास कि संचालक संजीव सिंह एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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