मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आशंका जताई है कि सत्र छोटा है और सरकार इसे और छोटा कर सकती है। प्रदेश सरकार पर हर मोर्चे पर फेल रहने का आरोप लगाते हुये उन्होंने कहा कि विपक्ष व्यापमं, महिला अपराध और भावांतर जैसे मसले इस सत्र में पूरी ताकत से उठाएगा।
विधानसभा में पत्रकारों से चर्चा में अजय सिंह ने महिला अपराधों के संबंध में आने वाले विधेयक पर कहा कि यह जनता का ध्यान भटकाने के लिए लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा पर नया कानून लाने की नहीं बल्कि कानून-व्यवस्था सुधारने की जरूरत है। उन्होंने आशंका जताई कि सत्र छोटा है, सरकार इसे और भी छोटा कर सकती है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक मुकेश नायक ने महिला अपराध से जुड़े विधेयक पर कहा कि प्रदेश में डीएनए टेस्ट के लिए एक भी लैब नहीं है,जब व्यवस्थाएं पूरी हों तब ये कानून अच्छा होगा। अभी जो व्यवस्थाएं हैं, उसमें तो निर्दोष भी दोषी साबित हो जाएगा।
दूसरी ओर संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार व्यापमं, महिला अपराध समेत हर मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है पर विपक्ष चर्चा से भागता है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह केवल हंगामा करने और कीचड़ उछालने के काम में लगा है।
विधानसभा के पहले दिन की कार्रवाई कांग्रेस विधायक महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा, राम सिंह यादव प्रियरंजन दास मुंशी, माखनलाल फोतेदार, सांवरलाल जाट, तसलीमउद्दीन, अर्जन सिंह समेत अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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