मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फसल बीमा वितरण के दौरान कहा कि "ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सबन को अन्न, छोट बड़ों सब सम बसे, रविदास रहे सदा प्रसन्न।" उन्होंने कहा कि ऐसा राज्य होना चाहिए, जिसमें हर मनुष्य को भोजन उपलब्ध हो। बिना भेदभाव के सबको अन्न मिल जाए, इस दिशा में राज्य सरकार सबको लाभान्वित करते हुए कार्य कर रही है। प्रदेश में लगभग 5 करोड़ परिवारों को अनाज वितरण भी किया जा रहा है।
उन्होंने अपने टृविटर हैंडल पर लिखा जनवरी में जब 26 जिलों में 1 लाख 46 हजार 101 किसानों की फसलों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ। तब मैंने कहा था कि किसान भाइयों चिंता मत करना, हम आपको संकट के पार ले जाएंगे। मुझे कहते हुए खुशी है कि आज 202 करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में डाली गई है।
शिवराज सरकार किसान हितैषी सरकार है इसमें कोई दो राय नहीं। मगर मुख्यमंत्री शिवराज जिस अंदाज में जनता से जुड़ते हैं। वह खसियत भी चंद राजनीतिक व्यक्तित्वों में है। किसान के साथ किसान बनकर ही बात करते हैं। क्योंकि उन्होंने किसानी भी की है।
आलम यह हो गया है कि सोशल मीडिया पर कई दूसरे नेता भी अपने वीडियो आदि भी उसी तरह के शेयर करवाने लगे हैं जैसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जनता से सीधे जुड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे प्राकृतिक आपदा हो या बाढ़ जैसे संकट। किसानों की फसलों को हुए नुकसान के बाद आवश्यक राहत देने में कभी देर नहीं की गई। आज भी गत जनवरी माह में ओलावृष्टि से प्रदेश के 26 जिलों में किसानों की फसलों को हुई क्षति के लिए 202 करोड़ 90 लाख रूपए की राशि एक लाख 46 हजार 101 किसानों के खाते में अंतरित की गई है।
बीते लगभग दो वर्ष में किसान सम्मान निधि, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण और अन्य सभी किसान-कल्याण योजनाओं में कुल पौने 2 लाख करोड़ रूपए किसानों को दिये गये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास से किसानों को राहत राशि अंतरित करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं राजस्व विभाग श्री मनीष रस्तोगी और राजस्व सचिव डॉ. संजय गोयल भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब असमय वर्षा और ओलावृष्टि हुई, तब यही अनुभूति हुई थी कि ओले धरती पर या खेतों पर नहीं गिरे मानो उनके सीने पर गिरे हों। ऐसी घटनाएँ विचलित करती हैं। किसानों को राहत देने के लिए तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में जाकर क्षति का जायजा लेने और सर्वे का कार्य किया गया। सर्वे कार्य भी ईमानदारी से हुआ। किसान भी इस प्रक्रिया से संतुष्ट रहे।
गत सप्ताह खरीफ 2020 और रबी 2021 के लिए 45 लाख से अधिक किसानों के खातों में बीमा राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। फसल बीमा दावा के भुगतान की कुल 7 हजार 669 करोड़ राशि में से अब तक 5 हजार 660 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। आज भुगतान की गई राशि एक हजार 665 करोड़ है। शेष 844 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान भी आगामी दो दिन में किया जा रहा है।
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