मल्हार मीडिया ब्यूरो सागर।
भाजपा शासित राज्यों की विकासदर 10 प्रतिशत से अधिक रही है और इन राज्यों की वजह से ही देश की विकास दर में इजाफा हुआ है। यह मानना है केंद्रीयमंत्री थावरचंद गहलोत का। मध्यप्रदेश के सागर में चल रही कार्यसमिति की बैठक में गहलोत ने यह बात कही।। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की बहुत सी योजनाऐं मौलिक होती हैं,उनके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मानना है कि वे जब भी मिलने आते हैं तो एक न एक नई कार्ययोजना बनाकर लाते हैं।
गहलोत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि देश के अन्य राजनैतिक दलों का भविष्य परिवारवाद के कारण अंधकारमय है और यह बुराई भाजपा में नहीं आई है। हमारा दायित्व है कि संगठन का आदर्श कायम रखते हुऐ सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुँचायें। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद को विक्रमादित्य के सिंहासन की उपमा देते हुए इस पर रह चुके पूर्व प्रदेश अध्यक्षों को याद किया।
कार्यसमिति के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि आज शिवराज से बड़ा शिवराज का नाम है। इस चेहरे पर मुहर लगाने के लिए ही उपचुनावों में जनता ने वोट देकर भारी जीत दिलाई है। पिछली ग्वालियर कार्यसमिति बैठक से आज तक के सफर की सफलता को उन्होंने शहडोल, नेपानगर और तीन नगर निकायों के चुनावों में मिली सफलता से रेखांकित किया और इसपर जोर दिया कि यह सभी चुनाव नोटबंदी के बाद जीते गये हैं और इनसे साफ हुआ है कि जनता नोटबंदी का समर्थन करती है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नेपानगर में मतदाता शिवराज सिंह को देखने के लिऐ प्यासे थे इसलिए रगड़कर उनके रोडशो कराये गये।
बैठक के आरंभ में प्रदेश कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण ने स्व सुंदरलाल पटवा, डा.भाई महावीर,स्व रामनरेश यादव , जयललिता सहित दिवंगत हुए सभी नेताओं को श्रद्धाजंलि देने के लिऐ आग्रह किया और सभी ने दो मिनट का मौन रखा।
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह फग्गन सिंह कुलस्ते, संगठन मंत्री सुहास भगत, राष्ट्रीय सचिव ज्योति धुर्वे , प्रदेश सरकार के कई मंत्री, विधायक सहित प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शामिल थे।
नाराज होकर गईं यशोधरा
खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया प्रदेश कार्यसमिति के सभाकक्ष से नाराज होकर आधे घंटे में ही उठकर चली गई।उन्हें थावर चंद गहलोत ने मनाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं रुकी। सिंधिया कार्यक्रम में कई घंटे लेट पहुँची थीं। उन्हें बैठने के लिऐ अपेक्षाकृत पीछे सीट मिली थी। ....सुरक्षा के कड़े इंतजामों से भी असहज हुई थी। जयंत मलैया,अनूप मिश्रा जैसे कई नेता भी पीछे टकी कतारों में बैठे थे लेकिन उन्हें कोई एतराज नहीं था। जिले के प्रभारी मंत्री उमाशंकर गुप्ता और गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह घूम—घूमकर इंतजामों का जायजा ले रहे थे और ज्यादातर कुर्सी पर बेठे तक नहीं। ऐसे में यशोधरा राजे की अपेक्षाओं को लेकर कानाफूसी होती रही।...थावर चंद गहलोत के मनाऐ जाने के बाद भी वे समाचार लिखे जाने तक कार्यक्रम स्थल पर नहीं लौटी थीं।
Comments