जयपुर से एस.पी.मित्तल।
2 फरवरी को भी राजस्थान के पुष्कर स्थित विश्वविख्यात ब्रह्मा मंदिर के दिवंगत महंत सोमपुरी के बक्सों से 8 लाख रुपए की नकदी, 3 लाख के चांदी के बर्तन-आभूषण, बंदूक के 18 कारतूस तथा लाखों रुपए के मूल्यवाली जमीनों के कागजात मिले हैं। 31 जनवरी को भी दिवंगत महंत के कक्ष में रखे लोहेे के बक्से से कोई 8 लाख रुपए निकले थे। सोमपुरी की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद प्रशासन ने महंत के तीन कक्षों को सील कर दिया था। अब तक दो कक्ष खोले जा चुके हैं। तीसरा मुख्य कक्ष खुलना अभी बाकी है। माना जा रहा है कि जिस प्रकार इन कक्षों में रखे लोहे के बक्सों से लाखों रुपए निकले हैं, उसी प्रकार महंत के मुख्य कक्ष से भी सोना-चांदी तथा नकदी राशि मिल सकती है।
वर्तमान में ब्रह्मा मंदिर का प्रबंध जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली पांच सदस्य कमेटी के पास है। जिस तरह बक्सों से नकद राशि निकल रही है, उससे यह प्रतीत होता है कि मंदिर में आने वाले चढ़ावे में हेराफेरी हो रही थी। हालांकि महंत के प्रबंधन के समय भी देवस्थान विभाग के अधिकारी चढ़ावे पर निगरानी करते थे, लेकिन अब विभाग की मिलीभगत भी सामने आ रही है। प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष कलेक्टर गौरव गोयल ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि मंदिर परिसर में लगी दान पेटियों में ही धन राशि डाली जाए। उन्होंने कहा कि प्राप्त धनराशि का उपयोग ब्रह्मा मंदिर के विकास पर ही होगा।
पुराने महंत के पास थी बंदूक:
मंदिर से जुड़े लोगों ने बताया कि सोमपुरी से पहले के महंत लहरपुरी के पास बंदूक थी। लहरपुरी के निधन के बाद बंदूक को पुष्कर के पुलिस स्टेशन पर जमा करवा दिया गया। लेकिन कारतूस महंत के कक्ष में ही रहे गए। महंत सोपमुरी ने अपने कार्य काल में कारतूस थाने में जमा क्यों नहीं करवाए? इसकी अब जांच होगी।
जमीन के कागजात:
हालांकि दिवंगत महंत के कक्ष से अनेक जमीनों के कागजात बरामद हुए हैं। लेकिन अभी तक गनाहेड़ा में 15 लाख रुपए के मूल्य का एक प्लाट ही सामने आया है। यह प्लाट दिवंगत महंत सोमपुरी ने श्रीमती सीमा रांकावत पत्नी राजेन्द्र रांकावत से खरीदा है।
एस पी मित्तल वेबसाईट से
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