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हादसा टला:कुत्तों के डर से घर में खाट के नीचे जा छिपा तेंदुआ बच्चे सुरक्षित

खास खबर            Mar 16, 2017


मल्हार मीडिया सतना ब्यूरो।
मध्यप्रदेश के सतना में आज एक अजीबोगरीब घटना घट गई और एक हादसा होते—होते टल गया। तेंदुए को देख लोगों में अफरा—तफरी मच गई, लेकिन इसी बीच पता चला कि जिस घर में तेंदुआ घुसा है उसमें दो छोटे बच्चे सो रहे हैं। लोगों ने जैसे—तैसे बच्चों को बाहर निकाला और तेंदुए को घर में ही कैद कर दिया। सूचना पाकर मुकुंदरपुर सफारी से आए दल ने रेस्क्यू आपरेशन चलाकर 7 घंटे बाद तेंदुए को काबू में किया और उसे साथ ले गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त मामला सतना शहर स्थित पौराणिक मोहल्ले आज गुरुवार सुबह करीब 8 बजे वार्ड क्रमांक-4 स्थित हरिजन बस्ती में हड़कंप मच गया एक व्यस्क तेंदुआ एक घर में घुस गया। आनन-फानन में घर के सदस्यों ने पुलिस व वन विभाग को जानकारी दी।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों को कुछ नहीं सूझा तो अनुमान से लकड़बग्घा बताकर मुकुंदपुर टाइगर सफारी प्रबंधन से रेस्क्यू टीम भेजने का आग्रह किया। इसके बाद सुबह साढ़े 10 बजे रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को बेहोश कर अपने कब्जे में लिया और साथ ले गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह नर तेंदुआ सुबह करीब आठ बजे बस्ती में दाखिल हुआ था। वह ठिकाने की तलाश कर ही रहा था कि बस्ती के कुत्तों की नजर उसपर पड़ गई। फिर क्या था एक साथ एक दर्जन कुत्तों ने उस पर हमला बोल दिया। खुद को घिरा पाकर तेंदुआ इधर-उधर भागते हुए पौराणिक टोला स्थित दलित बस्ती में पहुंच गया और राजेश चौधरी के घर में घुस गया। तभी पता चला कि घर के अंदर दो बच्चे सो रहे हैं, जिन्हें सुरक्षित निकाला गया। उस समय तेंदुआ बगल वाले कमरे में खाट के नीचे छिपा हुआ था।

मुकुंदपुर टाइगर सफारी की रेस्क्यू टीम ने ट्रेंकोलाइजर गन की मदद से इंजेक्शन लगाकर तेंदुए को बेहोश किया। और फिर बाहर निकाल पर पिंजरे में बंद किया। रेस्क्यू दल को भीड़ के कारण तेंदुए को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान कई बार पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी।

इस दौरान तेंदुए का व्यवहार चकित करने वाला था। आमतौर पर अस्थिर स्वभाव का जानवर माना जाने वाला तेंदुआ खतरा नहीं होने के बाद भी वह अकारण हमला बोल देता है। घिरा हो तो वह बहुत ही हिंसक हो जाता है। लेकिन वह अत्यंत संयमित रहा। कुत्तों के दौड़ाने पर भी उसने पलटवार नहीं किया और न ही घर के भीतर छिपने के दौरान किसी तरह का उपद्रव किया। यह पहला मौका है कि वह रेस्क्यू आपरेशन के दौरान भी शांत रहा। फिलहाल तेंदुए को उसे पिंजड़े में बंद कर मुकुंदपुर टाइगर सफारी ले जाया गया है।



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