Breaking News

अपने कारनामे ढंकने महंत ने तोड़ा गरीब का पीएम आवास से स्वीकृत निर्माणाधीन मकान

खास खबर            May 22, 2022


छतरपुर से धीरज चतुर्वेदी।
मध्यप्रदेश के नीमच जिले के मनासा में एक बुजुर्ग की विशेष सम्प्रदाय का समझ पीट पीट कर हत्या कर दी जाती है। छतरपुर जिले में प्रधानमंत्री आवास से स्वीकृत मकान को इसलिये तोड़ दिया जाता है वह परिवार मुस्लिम है। यह घटनाये दर्शाती है कि सम्प्रदायिकता का जहर घोलने वालो का आतंक बढ़ता जा रहा है।

छतरपुर जिला मुख्यालय के महोबा रोड टोरिया मोहल्ला में मप्र शासन ने जहुर मुहम्मद, इदिया के नाम 12 जुलाई 1998 को पट्टा स्वीकृत किया था।

हाल ही में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस परिवार का आवास स्वीकृत हुआ। इस परिवार ने पक्के मकान के लिये बुनियाद का निर्माण कार्य शुरु किया। छह पिलर भी खड़े हो गये पर रविवार को एक कथित महंत ने पूरे पीलर उखड़वा कर फिकवा दिये।

महंत ने पीड़ित परिवार और काम में लगे मजदूरों पर पत्थर फेकना शुरु कर दिये। पीड़ित परिवार कोतवाली छतरपुर रिपोर्ट करने पंहुचा तो उसे वहां से भगा दिया गया।

साथ ही सलाह दे दी कि तहसील जाकर कार्यवाही करो। अब अवकाश का दिन होने से तहसील भी बंद तो आखिर न्याय कहाँ मिलेगा और कौन देगा।

जब पीड़ित परिवार लौटकर अपने निर्माणाधीन मकान पर पंहुचा तो आशियाना बनने से पहले ही उजाड़ दिया गया।

इस पूरी घटना का आरोप जानराय टोरिया के उस कथित महंत भगवान दास सक्सेना पर है जो मंदिर की अरबो रूपये की सम्पत्ति में गड़बड़ी के आरोप में पहले से ही विवादित है।

ज्ञात हो कि छतरपुर शहर के महोबा रोड पर जानराय टोरिया मंदिर की अरबों रूपये की सम्पत्ति है।

कथित महंत भगवान दास पर आरोप है कि जिस धार्मिक स्थल की बेशकीमती जमीन धर्मार्थ गतिविधिया संचालित होना चाहिये थी उस भूमि को व्यावसायिक रूप देकर आर्थिक गड़बड़ियां की गई हैं।

महंत की कब्ज़ाई महंती और आर्थिक गड़बड़ियों की शिकायतें भी हुई हैं जिसमे महंत पर शिकंजा कस रहा है।

स्थानीय लोगों के अनुसार इसी महंत भगवान दास ने रविवार को साम्प्रदायिक जहर घोलने की कोशिश की है। महंत पर आरोप लग रहे हैं कि मंदिर की अकूत दौलत की आढ़ में किये गये पाप छुपाने के लिये भगवान दास ने अब धर्म का सहारा लेना शुरु कर दिया है जिससे हिन्दू धर्मिक संगठनों की आढ़ में अपने कारनामों पर पर्दा डालने प्रशासन पर दवाव बनाया जा सके।

गौरतलब है कि एक दिन पूर्व 21 मई को प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया गया था कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालो पर कार्यवाही करें।

अब देखना है कि पुलिस अधिकारियो के निर्देशों को मुँह चिढ़ाने वाले महंत पर क्या कार्यवाही होंगी?

 



इस खबर को शेयर करें


Comments