उमरिया से सुरेंद्र त्रिपाठी
तालाब खुदा नहीं और मगर डेरा जमा लिए की कहावत मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में चरितार्थ होती नजर आ रही है। बैगा आदिवासियों के हक में यहां बड़े-बड़ों ने सेंधमारी कर दी। यहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बैगाओं को मिलने वाली आवास राशि में वेंडर जो कि भाजपा नेता है, सरपंच–सचिव और पंच पर घोटाला करने के आरोप लगे हैं। इस मामले में कलेक्टर के पास शिकायत की गई है उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने की बात कही है।
पहला मामला करकेली जनपद के ग्राम पंचायत महरोई का सामने आया है, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू होते ही सरपंच – सचिव वेंडर और पञ्च मिल कर राष्ट्रीय मानव एवं विशेष संरक्षित बैगा जन जाति को ठगने का काम शुरू हो गया। ग्राम महरोई में 56 बैगाओं के मकान प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत बनने हैं और सभी के खाते में 40–40 हजार रुपये की पहली किश्त भेज दी गई है। सरपंच–सचिव् को पता लगते ही नगर के भाजपा नेता और हरी ओम ट्रेडर्स के मालिक दीपू छतवानी ने सांठ – गाँठ कर सभी बैगा परिवारों को भवन निर्माण सामग्री सप्लाई करने का काम ले लिया। वहीं सचिव पति एवं सरपंच तथा एक पंच ने बैगा हितग्राहियों से बैंक में रकम निकासी फार्म में हस्ताक्षर करवा कर उनके खातों से पैसा निकलवा लिया और उनसे कह कि तुमको सामान मिलेगा।


अनपढ़ बैगा उनकी बात मान गये लेकिन सामान के नाम पर 2– 3 क्विंटल लोहा और 4 बोरी सीमेंट दो हजार ईंट कुछ गिट्टी देकर बाकी रकम हड़प ली गई। जब बैगा हितग्राहियों को मालुम हुआ कि हमको नगद निकाल कर खुद मकान बनवाना है तो इस मामले की शिकायत कलेक्टर से की। ग्राम महरोई के रंग लाल बैगा, गीता बाई बैगा, सिया शरण बैगा और मुकेश कुमार बैगा ने बताया कि हमको नगद नहीं मिला है सचिव ने पैसा अपने पास रख लिया है। वहीं हरी ओम ट्रेडर्स वाले ने थोड़ा सा सामान देकर कह दिया अपना काम करो बाद में देंगे। 4 क्विंटल का बिल देकर दो क्विंटल 80 किलो दे रहे हैं, वहीं कुछ लोगों को सीमेंट, लोहा और ईंटा दे दिया गया रेत और गिट्टी का पता नहीं है। सिया शरण बैगा का कहना है कि 40 हजार रूपया सेठ जी के पास जमा है और सब कुछ सेठ ही कर रहा है हमको नगद नहीं मिला है।
इस मामले में जिले के कलेक्टर अभिषेक सिंह ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है और हमने जांच दल बना दिया है कल तक हमको रिपोर्ट मिल जायेगी और उसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी यदि कोई बाहरी व्यक्ति होगा तो उसके विरुद्ध एफ आई आर भी करवाई जायेगी और अगर सरपंच – सचिव की सहभागिता दिख रही है तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जायेगीं
 
                   
                   
             
	               
	               
	               
	               
	              
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