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योगी जी आपको अधिकारियों ने बताया कि नहीं,आप एक अवैध गौशाला को वैध कर आये हैं

खास खबर            Mar 31, 2017


लखनउ से मदन तिवारी।
शुरुआत में सभी ड्रामा करते हैं असली सूरत धीरे धीरे सामने आती है। अपर्णा यादव की जिस गौशाला में योगी आज गए वह नगर निगम की है जिसे मायावती के शासन में बनाया गया था। अखिलेश सरकार ने उसको अर्पणा की संस्था को दे दिया साथ में हर साल करोडों की रकम भी मिलती है अर्पणा को। दूध तथा बछड़ों को बेचकर अलग आमदनी होती है। आदित्य महाराज ने अपनी औकात दिखानी शुरू कर दी। अर्पणा और उसके पति का पहले ही दिन से मिलने का राज अब खुला, अर्पणा रिश्तेदार हैं योगी की ? योगी ने गौशाला में जाकर यह आश्वासन दे दिया कि अर्पणा की नाजायज कमाई पर कोई अंकुश नहीं लगेगा ?।

आज की सबसे गर्म खबर यही रही है कि मुख्यमंत्री योगी, मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा बिष्ट और लड़के प्रतीक यादव की गौशाला देखने गए थे। इस पर काफी लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और यकीनन तौर पर लोगों को उनका अपर्णा और प्रतीक की गौशाला जाना पसंद नहीं आया है।
मुझे उनके जाने पर कोई आपत्ति नही है लेकिन यह जरूर जानने की इच्छा है कि क्या योगी जी को मालूम की यह गौशाला, अपर्णा और प्रतीक यादव की बनाई हुई नही है?

हकीकत यह है कि यह लखनऊ नगर निगम की संपत्ति है। इसे मायावती के कार्यकाल में नगर निगम ने, 'कान्हा उपवन योजना' के तहत बनाया था। यह लखनऊ शहर में छुट्टा घूमने वाले जानवरों खास तौर से घायल, बूढी और बीमार गाय और सांडो को प्रश्रय देने के लिए, 54 एकड़ में बनाया गया था। जब 2012 में समाजवादी सरकार आयी थी तब तत्कालीन सरकार ने लखनऊ नगर पालिका के अधिकारियों से इस 54 एकड़ की प्रॉपर्टी को मुलायम सिंह यादव की पुत्र वधु अपर्णा यादव की NGO को रख रखाव के लिए दे दिया।

एक बार कब्जे में आ जाने के बाद इसका नाम भी बदल कर 'जीव आश्रय' कर दिया गया और इसी नाम से दूनिया भर से डोनेशन लिया जाता रहा है। यह प्रॉपर्टी लखनऊ नगर निगम की है लेकिन उसका सारा लाभ अपर्णा यादव की NGO लेती है। आज इस गौशाला में करीब 300 लीटर दूध का उत्पादन होता है जिसका लाभ लखनऊ नगर निगम को नही मिलता है जबकि वो सालाना लगभग 1 करोड़ रुपये 'जीव आश्रय' उर्फ़ 'कान्हा उपवन' के अनुरक्षण पर खर्च करती है और उसके अंदर होने वाले सभी कैपिटल एक्सपेंडिचर को भी लखनऊ नगर निगम ही वहन करता है।

योगी जी, पता नहीं आपको अधिकारियों ने यह बताया कि नहीं बताया कि आप एक ऐसी गौशाला का दौरा कर आये हैं जो सरकारी खर्चे पर, मुलायम सिंह यादव की पुत्र वधु को धनधान्य के साथ सामाजिक कार्यकर्ता और जीव प्रेमी के रूप में प्रतिस्थापित करती रही है।

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