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शिवराज सरकार की चिंतन बैठक:पुरानी स्कीम्स की रिलांचिंग नई साज-सज्जा में

खास खबर            Mar 26, 2022


मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल की पचमढ़ी में चल रही चिंतन बैठक के पहले दिन कई महत्वाकांक्षी पुरानी योजनाओं पर नए सिरे से मुहर लगाकर पेश कर दिया गया है।

कुलमिलाकर ये कि पुरानी स्कीम्स की रिलांचिंग नई साज-सज्जा और कुछ परिवर्तनों के साथ करने की तैयारी है।

लाड़ली लक्ष्मी से लेकर तीर्थ दर्शन और खाद्य वितरण से लेकर सुपर स्पेशिएलिटी अस्पतालों तक की येाजनाएं कुछ परिवर्तनों के साथ फिर से शुरू किए जाने की तैयारी है।

मध्यप्रदेश सरकार की तीर्थदर्शन और कन्या विवाह योजना मंथन में कुछ परिवर्तनों के साथ बाहर निकलकर आई हैं।

अप्रैल महीने से दोनों योजनाएं शुरू की जाएंगी और तीर्थदर्शन यात्रा की शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रिमंडल बुजुर्गों के साथ ट्रेन में सफर कर करेंगे।

चिंतन बैठक के बारे में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल के महीने में चार तीर्थदर्शन ट्रेनों को रवाना किया जाएगा। पहली ट्रेन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और मंत्रिमंडल के सदस्य बुजुर्गों के साथ तीर्थदर्शन करने काशी विश्वनाथ व कबीरचौरा जाएंगे, साथ ही गंगा स्ना्न भी करेंगे।

इसके बाद तीर्थदर्शन योजना को बेहतर स्वरूप देते हुए अन्य तीन ट्रेनों को तीर्थदर्शन के लिए रवाना किया जाएगा। चिंतन में एक विचार यह भी सामने आया कि दूरस्थ स्थानों पर बुजुर्गों को हवाई यात्रा से तीर्थदर्शन कराए जाएं और बसों से भी बुजुर्गों को तीर्थदर्शन के लिए यात्रा कराई जाए। इन सुझावों पर अभी विचार किया जा रहा है।

मिश्रा ने कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बनने के पहले से सामूहिक कन्यादान करते रहे थे लेकिन सीएम बनने के बाद उन्होंने अच्छे स्वरूप में बड़ी योजना के रूप में लागू किया। अब इसे और बड़े स्तर पर शुरू किया जा रहा है। अप्रैल महीने से इस योजना की शुरू की जा रही है।

चिंतन बैठक में यह सुझाव सामने आया कि अब तक यह योजना दो विभागों के माध्यम से संचालित की जाती थी जिसे एक ही विभाग को सौंपे जाने का सुझाव आया। इस पर सभी ने सहमति भी दी।

कन्या विवाह योजना में जिनकी शादी होगी, उन दंपतियों को प्रमाण पत्र भी देने का निर्णय लिया गया। इसका सालभर का कैलेंडर बनाया जाएगा जिससे लोगों को रजिस्ट्रेन कराने में परेशानी नहीं हो।
गृह मंत्री मिश्रा ने बताया कि मध्यप्रदेश की जो लाड़ली लक्ष्मी बेटियां अब 15-16 साल की हो गईं हैं। कई कॉलेज में जाने वाली हो गई हैं। इसलिए लाड़ली लक्ष्मी दिवस के रूप में दो मई को मनाया जाएगा।

यह 2 से 11 मई तक पूरे सप्ताह चलेगा और अलग-अलग स्थानों पर यह कार्यक्रम चलाया जाएगा। लाड़ली लक्ष्मियों को कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। एएऩएम, नर्सिंग ट्रेनिंग दी जाएगी। लाड़ली लक्ष्मी क्लब बनाया जाएगा।

मिश्रा ने बताया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के कारण बेटियों को गर्भ में ही मारे जाने की शिकायतों में कमी आई है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के पहले संस्थागत प्रसव 54 फीसदी होते थे जो अब 94 फीसदी पहुंच गए हैं। यह सौ फीसदी के करीब पहुंच रहे हैं। कन्या भ्रूण हत्या के मामले भी कम हो रहे हैं क्योंकि लाड़ली लक्ष्मी पैदा होते ही लखपति बन रही है तो इसलिए यह केस कम हो गए। लिंग अनुपात में सुधार हुआ है।

मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता गृह मंत्री मिश्रा ने कहा कि गरीब का खाद्यान्न वितरण में अनियमितता पाए जाने पर सजा दी जाएगी और जेल में जाएगा। नई तकनीक को इसमें अपनाया जाएगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों को बहुउद्देश्यीय दुकान बनाने पर काम किया जाएगा। जनजातीय क्षेत्रों में वाहनों में जीपीएस लगाकर राशन वितरण कराया जाएगा।

मिश्रा ने कहा कि सीएम राइस स्कूल सीएम की महत्वकांक्षी योजना है जिसके लिए भूखंड की तलाश करने की जिम्मेदारी कलेक्टरों को दी जा रही है। वह इन स्कूलों के लिए जमीन खरीदें या अधिग्रहित करें, वे ही फैसला लेंगे। ये स्कूल एक जैसी डिजाइन के बनेंगे और इन्हें आदर्श स्कूल बनाया जाएगा। इनके नाम महापुरुषों के नाम पर ही रखे जाएंगे। प्राइवेट बसों से ही बच्चे स्कूल लाए-ले जाए जाएंगे। इन स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी अन्य किसी काम में नहीं लगाई जाएगी।

मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रूप में बनाया जाएगा। सिविल व जिला अस्पतालों को बेहतर बनाया जाएगा। स्टाफ व अन्य संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी। संजीवनी क्लीनिकों को और सशक्त बनाने पर चर्चा हुई है।

 



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