मल्हार मीडिया भोपाल।
राजधानी भोपाल के एक निजी कॉलेज द्वारा 14- 15 दिसंबर को 'समावेशी कक्षा प्रथाएं' (Inclusive Classroom Practices) विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजनकर्ता के रूप में शिक्षा विभाग, सेंट पॉल प्रांत की सहभागिता थी। इस कार्यशाला में भारत भर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के 127 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
कार्यशाला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुरूप आयोजित की गई, जिसमें रिसोर्स पर्सन के रूप में केंद्रीय विश्वविद्यालय कर्नाटक के प्रोफेसर डॉ के. थियागु, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की प्रोफेसर डॉ. कुलदीप कौर, डॉ एफएस खान, आईएएसई भोपाल से और डॉ इंद्रजीत दत्ता, मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (MANNU), भोपाल से प्रमुख रुप से उपस्थित थे।
कार्यशाला के आयोजन समिति का नेतृत्व रेव. फ्र. प्रो. जॉनसन ने किया था, जिसमें डॉ. दिवाकर सिंह संयोजक के रूप में शामिल थे। कार्यशाला का समन्वय डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव सिन्हा, श्रीमती जया सैनी और अगस्टिन विलियम ने किया था।
कार्यशाला में इंटरैक्टिव सत्र, समूह चर्चाएं और व्यावहारिक मामले अध्ययन शामिल थे, जिससे प्रतिभागियों को सामग्री के साथ जुड़ने और वास्तविक दुनिया की कक्षा स्थितियों में अवधारणाओं को लागू करने को लेकर सहमति बनी । वक्ताओं ने यह कार्यशाला से समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने, समावेशी प्रथाओं की गहरी समझ को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
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