मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन रहा। सदन में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक चर्चा जारी रही। सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।
सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। विपक्ष के सवालों का सत्ता पक्ष ने करारा जवाब दिया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अविश्वास प्रस्ताव पर कल 22 दिसंबर को सुबह 11 बजे जवाब देंगे। सदन की कार्यवाही की शुरुआत कल मुख्यमंत्री के जवाब के साथ होगी।
कसरावद विधायक सचिन यादव ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन की अवमानना का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में कृषि मंत्री ने कर्जमाफी को स्वीकार किया था, तब बाहर और सदन में बीजेपी विधायक झूठ क्यों बोलते है कि कर्ज़ माफी नहीं हुई।
सचिन यादव ने अपने भाषण में कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल की पत्नी रेखा बाई का 45428 ऋण माफ किया है। शिवराज सिंह के परिजनों रोहित सिंह, निरंजन सिंह, कावेरी बाई, ताहर सिंह अन्य लोगों के कर्ज माफ हुआ है।
कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने सदन में बड़ा आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी करने वालों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। वहीं चित्रकूट विधायक ने कहा कि मंत्री मोहन यादव को अपने विवादित बयान को लेकर देशभर से माफी मांगना चाहिए।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया, हमारे नेता ने उन्हें स्वीकृति दी।
मैंने पहले भी कहा था, ये एक ऐसा अविश्वास है, जिसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पीसीसी चीफ़ अनुपस्थित रहे। किसी को एक दूसरे के ऊपर विश्वास नहीं है।
ना विधायकों को नेता प्रतिपक्ष पर विश्वास है। हवा-हवाई आरोप लगाए गए हैं। ये पूरा अविश्वास प्रस्ताव बिना तैयारी और तथ्यों के बिना था। कैसी हास्यास्पद स्थिति थी।
अगर इनके पास प्रमाण होता तो अविश्वास रखते। उन्होंने कहा, जो विपक्ष का सबसे मज़बूत हथियार होता है उसमें कमलनाथ अनुपस्थित थे। दरअसल, पीसीसी चीफ कमलनाथ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहे।
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