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बच्चों के लिए मोटिवेशनल स्पीकर बन गए सीएम शिवराज, अपनी कहानी सुनाकर किया प्रोत्साहित

मध्यप्रदेश            Oct 29, 2022


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक अलग रूप में नजर आये।

यह रूप था मोटिवेशनल स्पीकर का इस रूप में उन्होंने विद्यार्थियों से सहज शैली में संवाद कर प्रेरक दृष्टांतों के माध्यम से जीवन में आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया।

मुख्यमंत्री इंदौर में सीएम राईज स्कूल के भूमिपूजन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने बच्चों से संवाद करते हुए अपने प्रारंभिक शिक्षा के दिनों को याद करते हुए कहा कि हमारा सरकारी स्कूल एक छोटे से गाँव में था, जहां म एक हाथ में टाट पट्टी और दूसरे हाथ में बस्ता लेकर स्कूल जाते थे।

उन्होंने बताया कि जब वे सांसद बने तब सरकारी स्कूलों में जाते थे और सोचते थे कि इन स्कूलों में यदि बच्चों को पढ़ाई के लिए सारी सुविधाएँ मिल जाए तो वे भी चमत्कार कर सकते हैं।

यही वजह रही कि मुख्यमंत्री बनने के बाद ऐसे विद्यालय खोलने का संकल्प लिया जहाँ हर वर्ग के विद्यार्थी को पढ़ाई, खेलकूद, कला एवं कौशल विकास के पूरे अवसर मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि वे स्वामी विवेकानंद के आदर्श वाक्य "उठो, जागो और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके ही चैन की साँस लो" का अनुसरण करें। खूब पढ़े और खूब खेलें।

उन्होंने विद्यार्थियों से "खेलेंगे-कूदेंगे, आसमान को छू लेंगे, पढ़ेंगे-लिखेंगे, आसमान को छू लेंगे का उद्धघोष भी कराया।

मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि यदि उनमें प्रतिभा है, तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकेगा। उन्हें सारी सुविधाएँ सरकार देगी।

उन्होंने कहा कि मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस भी शिवराज मामा भरेगा। तुम मेहनत करो तो डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, मुख्यमंत्री जो चाहे बन सकते हो। मनुष्य जैसा सोचता है वैसा कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने पालकों से भी आग्रह किया कि बच्चों को सिर्फ पढ़ाई और पढ़ाई में ना धकेल उन्हें खेलने कूदने के लिए भी समय दें। ताकि बच्चे का भविष्य उज्जवल हो सके।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी सौगात दी है। इंदौर के 5 स्कूलों सहित प्रदेश के 69 सीएम राइज स्कूल की नींव रखी है।

शिवराज ने सीएम राइज के लिए चयनित स्कूलों के नवीन भवनों का भूमि पूजन किया है,  इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बचपन को भी याद किया।

उन्होंने कहा कि बचपन में सरकारी स्कूल में पढ़ा, वहा टाटपट्टी नहीं होती थी बल्कि हम घर से बोरे लेकर जाते थे और उस पर बैठ कर पढ़ा करते थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जब अस्पताल में भर्ती था, तब ध्यान आया कि शिक्षा के क्षेत्र में कोई कार्य करना चाहिए, जिसके बाद स्कूली शिक्षा मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लान तैयार किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 5 सीएम राइस स्कूल इंदौर, महू और सांवेर विधानसभा में बनाए जाएंगे। श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई तो हिंदी में शुरू कर दी गई है। और अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में कराई जाएगी।

इसके साथ ही कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जब हम पढ़ते थे तब दूसरी पार्टी की सरकार थी,  उस समय शिक्षकों को 500 रुपये प्रति माह मिलता था।

एक बार मैंने बच्चों से पूछा गंगाजी कहां से बहती हैं, तो उन्होंने जवाब दिया विंध्याचल से बहती हैं। इसके बाद जब शिक्षक से पूछा तो उन्होंने कहा कि 500 रुपये में गंगा विंध्याचल से ही तो बहेगी।

ज्ञातव्य है कि 30 से 40 करोड़ में एक सीएम राइज स्कूल तैयार होगा। इन भवनों के लिए कुल 2519 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। साथ ही प्राइवेट स्कूलों की तरह सभी सीएम राइज स्कूलों में सुविधा देने की कोशिश की जाएगी।

 



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