मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में सरकारी योजनाओं, लॉ एंड ऑर्डर सहित दूसरे इंतजामों की हकीकत जानने अब जिलों का औचक निरीक्षण में निकले।
शनिवार दोपहर मुख्यमंत्री मंडला पहुंचे। यहां से मुख्यमंत्री सीधे अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. कृपाराम शाक्य को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने यहां जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डायलिसिस व्यवस्था पर संतोष जताया।
इसके साथ ही उन्होंने दवाइयों की कमी सहित अन्य लापरवाही पर सिविल सर्जन पर कार्रवाई की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्थाओं को टीक रखना राज्य शासन की जिम्मेदारी है। मैंन अस्पताल का जायजा लिया, यहां व्यवस्थाएं ठीक नहीं है। मैंन कई तरह की लापरवाही देखी है।
इसलिए सिविल सर्जन को सस्पेंड किया है। कलेक्टर से कहा कि जिला अस्पताल का जायजा लेने के लिए एक टीम आएगी। लोगों को किसी तरह की समस्या न हो। इसके बाद सीएम होस्टल के रवाना हो गए।
हॉस्टल का निरीक्षण करने पर चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था और सफाई देखकर सीएम ने प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने हॉस्टल अधीक्षिका प्रभा गुमास्ता को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया।
उनके कार्य की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यदि कोई अच्छा कार्य करता है, तो समाज को उसका सम्मान करना चाहिए। यदि कहीं कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस पर कार्रवाई भी होनी चाहिए।
यहां अफसरों से चर्चा के बाद शाम करीब पांच बजे CM जबलपुर के लिए रवाना हो गए। वहां से मुख्यमंत्री भोपाल के लिए रवाना होंगे।
इससे पहले दोपहर करीब डेढ़ बजे मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर डिंडौरी जिले के शहपुरा में उतरा था। वहां उन्होंने पांच अफसरों को सस्पेंड किया। इसके बाद दोपहर करीब 3:45 बजे सीएम हेलिकॉप्टर से मंडला पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने हैलिपेड पर ही अफसरों से चर्चा की।
सीएम के डिंडौरी आने की सूचना पर मंडला जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में था। मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण में की जानकारी कलेक्टर को तब मिली जब उनका हेलिकॉप्टर डिंडौरी से उड़ा। मुख्यमंत्री चौहान ने अफसरों से योजनाओं को लेकर चर्चा की।
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