मंथन शिविर में विभागीय प्रजेंटेशन के बाद मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

मध्यप्रदेश            Dec 26, 2024


मल्हार मीडया भोपाल।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज गुरूवार 26 दिसंबर को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में हुए मंथन शिविर में विभिन्न प्रेजेंटेशन देखे। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन देखने के बाद जरूरी निर्देश भी दिए।

  • मंथन: 2024 के अंतर्गत किसान कल्याण के संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि सचिव के प्रेजेंटेशन के पश्चात कहा कि किसान संगठनों से भी चर्चा कर सुझाव प्राप्त किए जाएं। मत्स्य-पालन और पशुपालन के लिए किस तरह सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं।
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों के लिए संभाग स्तर पर मेले लगाकर कई कृषि तकनीक और लाभकारी फसलों की जानकारी दी जाए।
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बेस्ट प्रैक्टिसेज अपनाई जाएं। अन्य राज्यों में कृषि क्षेत्र के श्रेष्ठ कार्यों का अध्ययन कर राज्य में लागू करें।
  • आदर्श,श्रेष्ठ और नवाचार आधारित कृषि कार्यों में संलग्न कृषक सम्मानित भी किए जाएं।
  • मंथन:2024 के अंतर्गत मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला के प्रेजेंटेशन के बाद कहा कि मध्यप्रदेश में बड़े नगरों और महानगरों में अधोसंरचना विकास की दृष्टि से भारत सरकार से अधिकतम सहयोग प्राप्त करने के प्रयास हों।
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपर मुख्य सचिव श्री मनु श्रीवास्तव के नवकरणीय ऊर्जा के प्रेजेंटेशन के बाद निर्देश दिए कि एक लाख किसानों को सौर ऊर्जा पम्प के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अभियान संचालित करें। योजना को जमीन पर उतारें।
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रमुख सचिव उद्योग के प्रेजेंटेशन के बाद कहा कि संभाग स्तर की अगली कॉन्क्लेव 16 जनवरी को शहडोल में होगी। पूर्व में हुए कॉन्क्लेव में निवेश से संबंधित निर्णयों और प्रस्तावों का फॉलो-अप लिया जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्यप्रदेश आने की सहमति दी है। यह समिट अपेक्षा से अधिक सफल होगी।
  • मुख्य सचिव‍ श्री अनुराग जैन ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सामूहिकता की शक्ति का उपयोग कार्यशैली में करने, संवेदनशीलता बरतते हुए, क्रियान्वयन पर जोर दिया है। सुशासन प्राथमिकता हो, कानून-व्यवस्था की स्थिति मजबूत हो। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आधारभूत संरचना को भी सशक्त करने पर बल दिया है।
  • मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा रिफार्म, परफार्म, ट्रांस्फार्म और इन्फार्म की प्रक्रिया का महत्व बताते हुए त्वरित प्रतिक्रिया और निर्णय की जरूरत बताई।
  • मुख्य सचिव ने चक्रीय अर्थ-व्यवस्था और अपशिष्ट प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण की प्राथमिकता की भी जरूरत बताई।
  • मंथन शिविर में मुख्यमंत्री ने कहा

    • टीम भावना से कार्य करने का प्रयास आवश्यक है।

    • युवा, महिला, किसान और गरीब कल्याण पर आज मंथन हुआ है।

    • मंथन शिविर मंत्रीगण और विभागों को कार्यों से यश-प्राप्ति का अवसर भी है।

    • प्रदेश का बजट पांच वर्ष में दोगुना करने का प्रयास है।

    • इस मंथन बैठक के बाद आगामी मंथन विभागीय स्तर पर होगा।

    • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री मोदी  ने फरवरी माह में मध्यप्रदेश आने की सहमति दी है। यह समिट अपेक्षा से अधिक सफल होगी।

    • मंत्रीगण पूरे वर्ष के कार्यों की समीक्षा करें।

    • विभाग स्तर की समीक्षा से यह ज्ञात होगा कि किस क्षेत्र में प्रयास बढ़ाने हैं।

    • समान स्वरूप के कार्य विभाग किस तरह संयुक्त रूप से कर सकते हैं, यह विचार-विमर्श भी किया गया है।

    • कुपोषण कम करने के अभियान और 23 जिलों में टीबी नियंत्रण के अभियान सफल हों, ऐसे प्रयास हों।

    • मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी पूर्व की महत्वपूर्ण घोषणाओं और निर्णयों के क्रियान्वयन पर ध्यान दें।

    • सायबर अपराध नियंत्रण के प्रयास बढ़ाने की आवश्यकता है, इसके लिए निर्धारित रणनीति के अमल पर ध्यान दिया जाए।

    • मध्यप्रदेश राज्य परिवहन निगम को प्रदेश में पुन: प्रारंभ करने के संबंध में प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।

    • नगरों के विकास के लिए टियर-2 और टियर 3 श्रेणी के अनुसार आबादी के आधार पर अधोसंरचना विकास के लिए भारत सरकार से अधिकतम सहयोग प्राप्त करने के लिए भी मार्ग निकाले जा रहे हैं।

    • वृंदावन ग्राम और नगरों में गीता भवनों की योजना को शीघ्र क्रियान्वित किया जाएगा।

    • श्री कृष्ण पाथेय के विकास और राम वन गमनपथ के कार्यों को गति दी जाएगी।

    • दीर्घ अवधि की योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सिंहस्थ-2028 के आयोजन में भी आश्रमों को स्थाई रूप से भूमि दिए जाने के निर्णय से उज्जैन में आवश्यक सुविधाएं बढ़ेंगी।

    • वर्ष-2025 उद्योग वर्ष होगा। नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में मंत्रीगण ऐसा कार्य कर दिखाएं जिससे किसानों का विद्युत देयक शून्य हो जाए। सौर ऊर्जा संचालित पम्पों की स्थापना को प्राथमिकता दी जाए।

    • अस्पतालों में बुजुर्ग नागरिकों को सम्मान और सुविधा मिले इसके लिए उनकी पृथक पंक्ति हो ऐसी व्यवस्था करने पर विचार हुआ है।

    • उद्योगों में रात्रिकालीन शिफ्ट को सुरक्षा और सुव्यवस्था के साथ लागू करने पर चर्चा हुई।

    • गौ-शालाओं के प्रबंधन को प्राथमिकता दी जा रही है। इंदौर में अभिनव प्रयोग कर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गौ-शालाओं में जन्मदिन मनाने की प्रथा को प्रोत्साहित किया है। यह मॉडल प्रदेश में अपनाया जाए। ताकि स्वच्छता के साथ गौमाता के प्रति सम्मान का भाव सशक्त हो। ग्वालियर के पश्चात उज्जैन में सीएनजी संयंत्र स्थापित कर संचालित की जा रही गौ -शालाओं से लाभ मिल रहा है। ऐसी ही गौ-शाला की स्थापना भोपाल में होगी जो लगभग दस हजार क्षमता की होगी। इस गौ-शाला का भूमिपूजन हो चुका है।

    • निर्धनता कम करने के महत्वपूर्ण उपाय के रूप में पशुपालन को अपनाने के निर्देश भी दिए गए हैं। प्रदेश का दुग्ध उत्पादन देश के दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत है। इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य है।

    • प्रदेश में चिकित्सा महाविद्यालय बढ़ रहे हैं। इस दृष्टि से स्व-वित्तीय व्यवस्था का मॉडल उपयोग में लाया जाएगा।

    • कृषि क्षेत्र में युवाओं को रोजगार की संभावनाएं साकार करना है।

    • प्रदेश में अनेक क्षेत्रों में युवाओं को कार्य मिल रहा है। रोजगार प्राप्त करने वालों के नाम बेरोजगारों की सूची में शामिल रहने की विसंगति को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए पंजीयन प्रक्रिया में सुधार और सूची अपडेट रखने के निर्देश दिए गए हैं।

    • पर्यटन व्यवस्थाओं को उच्च स्तर का बनाए रखें। कमियों को दूर कर और योजना बनाकर कार्य हो। इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं।

    • प्रदेश में रेल नेटवर्क के विस्तार का कार्य हो रहा है। रेल सुविधाएं बढ़ाने के लिए मंत्रीगण भी प्रयासरत रहें। बेहतर रेल सुविधाओं का लाभ मिलने से प्रदेश की अर्थ व्यवस्था को सशक्त बनाने में सहयोग मिलेगा।

     

 

 


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