मल्हार मीडिया भोपाल।
कोविड के दौरान जा बच्चे अपने माता पिता खो चुके हैं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री उन बच्चों के साथ दीपावली पर्व मनाएंगे।
दीपावली का यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास में होगा, जिसमें भोपाल सहित आसपास के बच्चे शामिल होंगे।
प्रदेश के जिलों में जिला प्रशासन भी कार्यक्रम कर कोविड में अपने माता पिता खो चुके बच्चो के साथ दीपावली मनाएगा।
मुख्यमंत्री नेगोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण की पूजा है, प्रकृति की पूजा है और इसका प्रारंभ किया भगवान श्री कृष्ण ने बृज वासियों से कहा था कि गोवर्धन पर्वत जो कऊओं को घास देता है।
जिसके पेडों में लगे हुए फल का भी उपयोग किया जाता है और जिसके जंगल लोगों को जीवन देते हैं इसलिए अगर पूजा करना है तो गोवर्धन पूजा करो और वही परंपरा आज तक भारत में जारी है
गोवर्धन पूजा मतलब पर्यावरण की रक्षा और आज वह बहुत प्रासंगिक हो गई है
इसलिए गोवर्धन पूजा का पर्व हम सार्वजनिक रूप से मनाएंगे और पर्यावरण विदों, पर्यावरण प्रेमियों के साथ मनाएंगे क्योंकि प्रकृति पूजा ही धरती को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित छोड़ सकती है, इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
श्री चौहान ने कहा कि पावन पर्व, मेरे उन बेटे बेटियों के साथ, भांजे-भांजियों के साथ मनाऊंगा जो कोविड के कारण अपने माता पिता को खो चुके हैं।
उनको खुशियां बांटना, उनके साथ त्यौहार मनाना; मुझे लगता है उनके साथ मुझे भी खुशी देगा।
जो बच्चे भोपाल के हैं उनके साथ मैं यहां दीपावली मनाऊंगा भोपाल और आसपास के।
लेकिन जो दूर बच्चे हैं मेरे, तो हम कलेक्टर को निर्देश दे रहे हैं कि कार्यक्रम करके उनको उपहार भेंट करें। खुशियां उनके साथ साझा करें।
मेरे ऐसे सभी बेटे बेटियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं,..वह चिंता ना करें, मामा उनके साथ है।
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