मल्हार मीडिया भोपाल।
सायबर अपराध उभरती चुनौती है सोशल मीडिया पर निरंतर नजर रखना आवश्यक है, क्योंकि थोड़ी से लापरवाही से इससे तनाव फैलना संभव है।
पीएफआई सहित देश को कमजोर करने की गतिविधियों में संलग्न संगठनों के संबंध में सही समय पर जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटेलीजेंस एजेंसियाँ सक्रिय रहें।
उक्त निर्देश मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि इस कार्य में स्थानीय पुलिस भी अपना दायित्व निभाएँ। विदेशों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे एनजीओ किन गतिविधियों में लगे हैं, इस पर भी नजर रखी जाए।
सामाजिक सोहार्द्र और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निरंतर सतर्कता और सावधानी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश पुलिस द्वारा मूलभूत पुलिसिंग में शुरू की गई पैदल गश्त की प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भी प्रशंसा की है। बीट व्यवस्था, माइक्रो बीट सिस्टम, औचक निरीक्षण, कोबिंग ऑपरेशन और राशि गश्त व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
पुलिस के सड़क पर मौजूद होने से असामाजिक तत्वों और सामान्य व्यवस्था बनाए रखने में प्रभावी असर होता है।
आरक्षक से लेकर अधिकारियों तक पुलिस तकनीकी रूप से सक्षम हों, यह समय की माँग है।
इससे जन-सामान्य के साथ बेहतर संवाद और बेहतर नियंत्रण अधिक सक्षमता से किया जा सकता है। सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों में चल रही भ्रांतियों और गलत जानकारियों का तत्काल खंडन किया जाए और आवश्यकता होने पर उपयुक्त कार्यवाही भी तत्काल सुनिश्चित की जाए।
कॉन्फ्रेंस में कानून-व्यवस्था की स्थिति, माफिया के विरूद्ध कार्यवाही, बाल अपराध नियंत्रण, महिला सुरक्षा, अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित अपराध एवं उन पर की गई कार्रवाई नशे के विरूद्ध अभियान, नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण, भू-माफिया तथा अन्य माफिया एवं आदतन अपराधियों, गुंडों और शासकीय भूमि पर अवैध कब्जाधारियों से भूमि मुक्त कराने, बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ गंभीर अपराध करने वालों, शराब माफिया, खनन माफिया, चिटफंड कम्पनियों, मिलावटी खाद्य पदार्थ से संबंधित अपराधों, राशन और खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वालों के विरूद्ध की गई कार्यवाही की जानकारी प्रस्तुत की गई। मुख्यमंत्री द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए। कॉन्फ्रेंस में आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अंतर्गत कार्यवाहियों और सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए की गई पहल की जानकारी दी गई।
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