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के.जी. व्यास सच्चे अर्थों में मध्यप्रदेश के जल पुरुष थे

मध्यप्रदेश            Nov 20, 2022


 

मल्हार मीडिया भोपाल।

भारत के शीर्षस्थ जल विज्ञानियों में शुमार कीर्तिशेष कृष्णगोपाल व्यास को सप्रे संग्रहालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शिद्दत से याद किया गया। शासकीय, विभिन्न संस्थाओं और उनके सहकर्मियों, सहयोगियों और प्रशंसकों ने एक स्वर से कहा कि जब भी पानी के काम का उल्लेख किया जाएगा तब व्यास जी का नाम, काम सामने आएगा।

 

सभी वक्ताओं का मानना था कि केवल मध्यप्रदेश ही नहीं बिहार, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, दिल्ली जहाँ भी उन्हें बुलाया गया व्यास जी तत्परता से पहुँचे और वहाँ अपेक्षित पानी के काम में हाथ बटाया। मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक रहे डा. शिवकुमार अवस्थी ने बताया कि 50 वर्ष पहले अकादमी ने उनकी पुस्तक ‘आर्थिक भू-विज्ञान’ प्रकाशित की थी जिसे हिन्दी जगत में अपार लोकप्रियता प्राप्त हुई थी। इस पुस्तक ने विक्रय का भी नया कीर्तिमान रचा था। इस कार्य के लिए तत्कालीन उपराष्ट्रपति डा. शंकरदयाल शर्मा ने उन्हें सम्मानित किया था।

 

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता चैतन्यस्वरूप संकुले ने बताया कि मध्यप्रदेश के चप्पे चप्पे की जल विषयक प्रामाणिक जानकारी के संदर्भ में व्यास जी इनसाइक्लोपीडिया थे। श्री राकेश दीवान ने कहा कि व्यास जी पानी से प्रेम करने वाले अनूठे विशेषज्ञ थे। एनबीटी के श्री पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि सारे देश के जल सत्याग्रही व्यास जी से लगातार सीख रहे थे। व्यास जी के साथ पाँच दशक से काम कर रहे श्री रघुराज सिंह ने बताया कि ‘रोजगार और निर्माण’ में श्री कृष्ण गोपाल व्यास ने पानी पर जिलेवार गहरी जानकारी देने वाली लेखमाला लिखी थी। उसने मध्यप्रदेश भर में जल जागृति फैलायी थी और हजारों लोगों ने पत्र लिखकर उनसे पूरक प्रश्न किए थे। ऐसे 2000 से ज्यादा लोगों के सवालों के जवाब व्यास जी ने पोस्टकार्ड या अंतरदेशीय पत्र पर हाथ से लिखकर भेजे थे। 

 

श्री कमलेश पारे ने व्यास जी को पानी का ज्ञानकोश निरूपित किया। डा. एनडी गार्गव, डा. नारायण व्यास, चंद्रकान्त नायडू, डा. राकेश पाठक, डा. आर.के. शुक्ला, डा. प्रवीण दिघर्रा, डा. आलोक चौधरी, एस.आर. आजाद, डा. राकेश सिंह, जगदीश कौशल, डा. शीलेन्द्र कुलश्रेष्ठ समेत अनेक प्रशंसकों ने श्री कृष्ण गोपाल व्यास के यशस्वी कृतित्व का स्मरण किया। 

 

विजयदत्त श्रीधर ने सप्रे संग्रहालय के विज्ञान जागरूकता विषयक आयोजना में व्यास जी की सहभागिता का स्मरण किया। उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण गोपाल व्यास का निजी पुस्तकालय और संदर्भ ग्रंथ उन्होंने सप्रे संग्रहालय को भेंट कर दिए थे। अंत में 2 मिनट का मौन धारण करने के बाद उपस्थित जनों ने व्यास जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

 

 

 



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