मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में राज्य में पेसा ऐक्ट (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों का विस्तार संबंधी अधिनियम) लागू करने की औपचारिक घोषणा की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कानून से किसी अन्य समुदाय या जाति के लोगों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। श्री चौहान ने कहा कि सरकार सामाजिक समरसता के साथ पेसा कानून लागू कर रही है।
मुख्यमंत्री आदिवासी बहुल शहडोल जिला मुख्यालय पर आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस आयोजन को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर राष्ट्रपति के अलावा राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय जनजातीय विकास मंत्री अर्जुन मुंडा, वरिष्ठ नेता फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, जनजातीय समुदाय से आने वाले अनेक मंत्री और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने राज्य सरकार की ओर से जारी ''पेसा एक्ट'' की नियमावली का विमोचन किया।
श्री चौहान ने राज्य में पेसा एक्ट लागू होने की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि इसमें मुख्य रूप से जनजातीय क्षेत्रों की ग्रामसभाओं को मजबूत बनाने के प्रावधान किए गए हैं।
इन प्रावधानों के लागू होने से जनजातीय समुदाय से आने वाले महिलाओं और पुरुषों का आर्थिक और सामाजिक विकास हो सकेगा] वे सशक्त होंगे।
मुख्यमंत्री ने ग्रामसभाओं को मजबूत बनाने के लिए किए गए अनेक प्रावधानों के बारे में विस्तार से भी बताया।
श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। अंग्रेज उनके नाम से कांपते थे।
उन्होंने जनजातीय भाईबहनों के साथ होने वाले शोषण और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायी। वो धरती के भगवान थे, ऐसे महान क्रांतिकारी को वे प्रणाम करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ''आज से ही पेसा कानून को और सशक्त बनाने के नए पेसा नियम लागू किए जा रहे हैं। यह हम सबके लिए खुशी और उत्सव का दिन है।
एक बात साफ करना चाहता हूं कि पेसा कानून किसी के खिलाफ नहीं है, ये 89 जनजातीय विकासखंडों में लागू किया जा रहा है।
शहरों में लागू नहीं होगा। गांव में लागू होगा। और जो ग्राम सभा बनेगी, उसमें जनजातीय भाईबहनों के अलावा वहां रहने वाली जातियों के भाई बहन भी रहेंगे। सामाजिक समरसता के साथ हम पेसा कानून लागू कर रहे हैं।
'' मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदाय के साथ ही अन्य जातियों और समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इस एक्ट के लागू होने से किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है।
श्री चौहान ने पेसा एक्ट के प्रावधानों के बारे में विस्तार से बताया।
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