मल्हार मीडिया भोपाल।
22 अगस्त को केंद्रिय गृहमंत्री अमित शाह का भोपाल दौरा था और 21 की रात को वे राजधानी पहुंचे। इसी दौरान मध्यप्रदेश में तेज तूफानी बारिश शुरू हो गई।
इधर बारिश का सैलाब बढ रहा था उधर मुख्यमंत्री की व्यस्तता और चिंता।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में पानी से हालात लगातार बिगडते जा रहे थे।
मुख्यमंत्री थे केंद्रिय गृहमंत्री के साथ कार्यक्रमों में मगर बीच-बीच में उनके चेहरे की भाव-भंगिमाएं बता रही थीं कि वे चिंतित हैं।
शायद यही कारण था कि श्री शाह की विदाई के दौरान शिवराज अपने चिरपरिचित अंदाज में उन्हें विदा कर मुडे और चेहरे पर चिंता के भाव थे और तभी वह फोटो क्लिक हो गया। जिसे यह कहकर इस्तेमाल किया जा रहा है कि अमित शाह ने शिवराज को कुछ भविष्य के लिए कुछ ठीक इशारा नहीं दिया है, जिससे वे परेशान हो गए।
खैर यह तो रही राजनीतिक, कयासों की बात। जमीनी बात यह है कि बाढग्रस्त इलाकों में शिवराज खुद जनता के बीच उतर चुके हैं।
केंद्रिय गृहमंत्री की रवानगी के बाद उन्होंने फौरन मंत्रियों की बैठक ली और जरूरी निर्देश दिए। दूसरे दिन सुबह से खुद भी मोर्चा संभाल लिया।
आज की तस्वीरें वीडियो बता रहे हैं कि शिवराज जनता के मुख्यमंत्री आखिर कहे और माने क्यों जाते हैं।
मुश्किल हालात में अगर कोई कह दे किसी से कि फिक्र मत करो मैं हूं सब ठीक हो जाएगा, मकान दोबारा बन जाएगा तो ये शब्द ताकत बनते हैं मुसीबत से घिरे इंसान के लिए।
शिवराज कभी किसी बाढ पीडित को गले लगाते दिखे तो किसी के कंधे पर सांत्वाना का हाथ रखते दिखे।
बेहद मुश्किल हालातों में अपने लोगों को बचाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान संकटमोचक बन गए।
वे खतरे की परवाह किए बिना जैसे संभव हुआ वैसे बाढ़ में फंसे लोगों के बीच पहुंचे।
शिवराज ने सुबह बोट से एनडीआरएफ की टीम के साथ, तो दोपहर में हवाई सर्वे कर हालात का जायजा लिया।
मैदान में जुटी सभी टीमों का खुद मैदान में उतरकर हौसला बढ़ाया।
अभी भी बेतवा में चारों तरफ जलसैलाब दिखाई दे रहा है बेतवा और सहायक नदियों ने कई गांवों को डुबो दिया है, शहर के कई घर डूबे हुए हैं।
मैं अभी उनमें से एक बस्ती में जिनके घरों में पानी है, इस बोट के माध्यम से उनसे मिलने आया था
हवाई सर्वे के दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय को जानकारी मिली कि ग्राम मूडराखेडा, तानाजा गढ़ला में कुछ लोग फंसे हुए हैं, तब मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क करने वाले व्यक्ति नारायण सिंह बनवासी से मुख्यमंत्री ने फोन पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं और उनका रेस्क्यू किया जाना आवश्यक है।
विदिशा के कुरवाई में बाढ़ प्रभावितों से भेंटकर उनसे चर्चा की। मेरे भाइयों-बहनों, आप चिंता न करें, सभी व्यवस्थाएं सुचारू कर आपके जीवन को पुन: पटरी पर लाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल अपने हेलिकॉप्टर के पायलेट्स को उस गांव की ओर मुड़ने के निर्देश दिए।
सीएम ने अपने हेलिकॉप्टर के माध्यम से एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को संपर्क किया और इस गांव के लोगों के फंसे होने का संदेश भिजवाया।
इसके बाद एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर उस गांव में पहुंचा और फंसे हुए नागरिकों का रेस्क्यू किया गया।
एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को मुख्यमंत्री अपने हेलीकाप्टर से लगातार मॉनिटरिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे।
मुख्यमंत्री जी ने अपने हेलिकॉप्टर के माध्यम से एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को संपर्क किया और इस गाँव के लोगों के फँसे होने का संदेश भिजवाया। तत्पश्चात एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर उस गाँव में पहुँचा और उससे फँसे हुए नागरिकों को रेस्क्यू किया गया।
एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से सफल रेस्क्यू ऑपरेशन को मुख्यमंत्री अपने हेलीकाप्टर से लगातार मॉनिटरिंग करते रहे और आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे ।
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