मल्हार मीडिया ब्यूरो रायपुर।
छत्तीसगढ़ में बिजली की आंख मिचौली पर एक व्यक्ति की ने कुछ टिप्पणी की थी। इस पर कुछ मूर्ख अधिकारियों ने उस व्यक्ति के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज कर दिया था । यह मामला सोशल मीडिया में छाया रहा।
इस घटना का व्यापक विरोध हुआ। अंततः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले का गम्भीरता के साथ संज्ञान लिया और उस व्यक्ति पर से राजद्रोह का मामला हटा लिया गया है।
यह अच्छी खबर है। उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश नहीं लगेगा और राजद्रोह का मुकदमा भी किसी पर दर्ज नहीं किया जाएगा।
इस घटनाक्रम पर वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पंकज ने टिप्पणी की:—
कांग्रेस की सरकार ने बिजली की आंख मिचौली पर लिखी गई है पोस्ट के खिलाफ मुसरा डोंगरगढ़ के एक व्यक्ति पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया है। सरकार का कहना था कि व्यक्ति सरकार के खिलाफ अफवाह फैला रह था।
कमाल है, अगर बिजली कट रही है तो उसके खिलाफ कोई लिख भी नहीं सकता? ऐसा लिखना राजद्रोह हो गया? मूर्खता की हद है।
खुद में सुधार न करो और कोई शिकायत करे, तो उसे राजद्रोह मान लो, यह क्या बात हुई? मजे की बात यह है कि कांग्रेस अब तक राजद्रोह की धारा का विरोध करती रही।
अब जब सत्ता मिल गयी तो उसी धारा के तहत एक व्यक्ति पर केस दर्ज किया है। इसे और क्या कहा जाए? सत्ता का चरित्र ही तो कहा जाएगा।
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