मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में दंगों के बाद अब यह धीरे-धीरे शांति लौट रही है। वहीं खरगोन में पुलिस-प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट और सख्त भी है।
खरगोन शहर में लागू कर्फ्यू के दौरान बाहर घूमने वालों को सबक सिखाने के लिए अस्थायी जेल बनाई गई हैं।
जेल भी कोई मकान या धर्मशाला यह होटल नहीं, बल्कि संवेदनशील स्थानों पर खड़ी 10 यात्री बसें हैं।
इन बसों पर बकायदा ड्राइवर, कंडक्टर के साथ पुलिस जवान भी तैनात हैं और कर्फ्यू के दौरान कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलेगा तो उसे 45 डिग्री सेल्सियस की विषम गर्मी में बस के अंदर अस्थायी जेल में रहना होगा।
खरगोन में रामनवमी के जुलूस दौरान हुई हिंसा के बाद अब शांति स्थापित हो गई है। शहर में लोग अमन से रहना चाहते हैं।
हालांकि, अभी कर्फ्यू पूरी तरह से नहीं हटाया गया है। इस कर्फ्यू में समय-समय पर छूट दी जा रही है।
खरगोन पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों लोगों से निपटने के लिए 10 बसों में अस्थाई जेल बनाई है।
कर्फ्यू के दौरान घर से बाहर निकलने वालों को इन बसों में बैठाया जाएगा।
पुलिस का मानना है कि इतनी गर्मी में बस में बनी आई स्थाई जेल के अंदर बैठने की सजा मिलने से कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के होश ठिकाने आ जाएंगे।
हालांकि, इसके साथ-साथ पुलिस ने सनावद रोड पर स्थित हरियाली मैरिज गार्डन को भी अस्थायी जेल बनाया है।
ज्ञात हो कि खरगोन शहर में रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा के बाद से पूरे शहर में कर्फ्यू घोषित किया गया था।
स्थिति सामान्य होने पर कर्फ्यू के दौरान ढील लगातार जी जा रही है। लेकिन कर्फ्यू के दौरान ढील मिलने के बावजूद कई लोग कर्फ्यू के दौरान घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को जेल में भरने की बजाय और अस्थायी जेल में डालने का निर्णय लिया है।
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