मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) ने शिक्षक वर्ग तीन की भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था लेकिन इसका पेपर परीक्षा होने के पहले ही वॉट्सअप पर वायरल हो जाने की खबरें कांग्रेस नेताओं ने चला दी थीं।
इस पोस्ट को जिस वॉट्सअप नंबर से जारी होना बताया जा रहा था, वह किसी लक्ष्मण सिंह के नाम का था।
इसे सीएम शिवराज सिंह चौहान के उपसचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम के नाम से प्रचारित किए जाने पर आज अनुसूचित जाति कल्याण थाने में लक्ष्मण सिंह की ओर से कांग्रेस नेता केके मिश्रा और जयस नेता आनंद राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
अजाक थाना प्रभारी के मुताबिक एट्रोसिटी एक्ट के साथ ही इस मामले में आईपीसी की धाराएं भी लगाई गई हैं। वहीं, केके मिश्रा ने एट्रोसिटी एक्ट की कार्रवाई को लेकर भाजपा पर तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि वह छोटे किसी मामले में फंसा नहीं पाए तो एट्रोसिटी एक्ट से दबाने का प्रयास किया है। वे इससे डरने वाले नहीं हैं।
लक्ष्मण सिंह मरकाम आईएएनएस अधिकारी हैं और रक्षा मंत्रालय ने उनकी सेवाएं पिछले साल जून में मध्य प्रदेश सरकार को सौंपी थी।
वे नौसेना अधिकारी मरकाम अनुसूचित जनजाति वर्ग से आते हैं। कांग्रेस नेताओं पर अनुसूचित जनजाति वर्ग से आने के कारण दुर्भावनावश उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाते हुए मरकाम ने एफआईआर दर्ज कराई है।
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