Breaking News

राहुल राफेल सौदे पर अपने बयान पर अडिग

राष्ट्रीय            Jul 20, 2018


मल्हार मीडिया ब्यूरो। फ्रांस ने शुक्रवार को इस बात से इंकार किया कि फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों ने राहुल गांधी से कहा है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर भारत के साथ कोई गोपनीय समझौता नहीं हुआ है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह अपने बयान पर अडिग हैं और यह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी नेता आनंद शर्मा की उपस्थिति में हुआ था। राहुल ने शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा कि उन्हें फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों ने कहा था कि दोनों देशों के बीच कोई 'गोपनीय समझौता' नहीं है।

राहुल ने पत्रकारों से कहा, "वह इंकार करना चाहते हैं तो इंकार करें। उन्होंने(मैक्रों) यह बात मेरे सामने कही थी। मैं वहां था, आनंद शर्मा और डॉ. मनमोहन सिंह भी वहां थे।"

राहुल गांधी के बयान के बाद, फ्रांस सरकार ने एक बयान जारी किया कि दोनों देशों के बीच कानूनी रूप से बाध्यकारी सुरक्षा समझौता है, जिसके अंतर्गत भारत द्वारा राफेल लड़ाकू विमान खरीद संबंधी समझौता भी शामिल है।

बयान में यह भी कहा गया है फ्रांस के राष्ट्रपति ने सार्वजनिक रूप से एक साक्षात्कार में कहा था कि सौदा काफी संवेदनशील है और सभी जानकारियों को साझा नहीं किया जा सकता।

राहुल ने लोकसभा में कहा कि राफेल लड़ाकू विमान के संबंध में कोई गोपनीय समझौता नहीं है और प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री पर देश से झूठ बोलने का आरोप लगाया।

राहुल ने लोकसभा में सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला करते हुए कहा, "मैंने व्यक्तिगत तौर पर फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात की और उनसे पूछा कि क्या भारत के साथ कोई गोपनीय समझौता हुआ है। उन्होंने मुझसे कहा कि ऐसा कोई भी गोपनीय समझौता दोनों देशों के बीच नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा कहने में कोई हिचक नहीं है और मैं ऐसा देश को बता सकता हूं।"

राहुल ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में प्रति विमान की कीमत 520 करोड़ रुपये थी, लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस गए तो उन्होंने कुछ 'जादुई' शक्ति के साथ प्रति विमान इसकी कीमत 1,600 करोड़ रुपये हो गई।



इस खबर को शेयर करें


Comments