मल्हार मीडिया ब्यूरो।
हाल ही में गोवा और कर्नाटक के प्रभारी पद से हटाए गए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि तेलंगाना पुलिस ने मुस्लिम युवाओं को फंसाने के लिए आतंकी संगठन आइएस की फर्जी साइट बनाई है। तेलंगाना सरकार ने आरोप को गैरजिम्मेदाराना बताया है और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।
तेलंगाना के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट के जरिये तेलंगाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि तेलंगाना पुलिस ने फर्जी आइएस साइट बनाई है जिसके जरिये मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाया जा रहा है और आइएस का मॉड्यूल बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुद्दा यह है कि क्या तेलंगाना पुलिस मुस्लिम को युवाओं को आइएस मॉड्यूल बनने को लेकर फंसा रही है। क्या मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना पुलिस को मुस्लिम युवाओं को फंसाने का अधिकार दिया है।
अगर ऐसा है तो चंद्रशेखर राव को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। मुख्यमंत्री के पुत्र और तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने दिग्विजय के आरोप को गैरजिम्मेदाराना बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। राव ने कहा कि वह बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगें या इसके समर्थन में सुबूत पेश करें।
बाद में उन्होंने दिल्ली में मीडिया से भी कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निराधार आरोप की निंदा करनी करनी चाहिए।
राव ने कहा कि तेलंगाना पुलिस आतंकवाद से निपटने में अन्य राज्यों के साथ सहायता कर रही है और इसके लिए केंद्र सरकार ने उसकी प्रशंसा की है। तेलंगाना के डीजीपी अनुराग शर्मा ने आरोप को निराधार और पुलिस का मनोबल गिराने वाला बताया है।
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