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गुटबाजी को छोड़ मप्र कांग्रेस ने दिखाई एकजुटता

राजनीति            Jul 10, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्यप्रदेश की कांग्रेस और गुटबाजी एक-दूसरे के पर्याय के तौर पर पहचानी जाने लगी है, मगर अब दिग्गज नेता इस तस्वीर को तोड़ने में जुट गए हैं। यही कारण है कि भिंड के लहार में आयोजित किसान-युवा क्रांति सम्मेलन में सभी दिग्गज एक मंच पर नजर आए, और यह दिखाया कि कांग्रेस में किसी तरह की फूट नहीं है। विधानसभा चुनाव अगले ही साल होना है, इसलिए कांग्रेस शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ किसानों, नौजवानों सहित कई तबकों में पनपते गुस्से को भुनाना चाहती है। पार्टी अपने मकसद को सही मुकाम तक ले जाने के लिए जगह-जगह रैलियां कर रही है। लहार में हुआ सम्मेलन उसी की एक कड़ी मानी जा रही है।

सिंधिया ने कहा, "प्रदेश में किसानों और नौजवानों का बुरा हाल है, कांग्रेस इनकी लड़ाई लड़ रही है। राज्य के मुख्यमंत्री अपने को 'किसान पुत्र' बताते हैं, मगर असलियत यह है कि वे किसानों के सीने पर गोली चलवाते हैं। इतना ही नहीं, वे तो किसानों की मौत पर बोली तक लगाने से नहीं चूके।"

पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला। वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस में कोई फूट नहीं है, पूरी कांग्रेस एकजुट है।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने कहा, "इस समय देश में शाह और तानाशाह का राज है।"

प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने कांग्रेस की ओर से किसानों के हित में संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, "वे ऐसे किसान हैं जो अपनी टमाटर की खेती देखने हेलीकॉप्टर से जाते हैं।"

क्षेत्रीय विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने सम्मेलन स्थल पर शिवराज शासन के दौरान अब तक हुए घोटालों की फेहरिश्त टंगवाई थी।

सम्मेलन में कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ, सुरेश पचौरी, प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, उत्तर प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष राज बब्बर सहित कई अन्य नेता भी शामिल हुए।

 



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