मल्हार मीडिया।
कांग्रेस महासचिव एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी मोहन प्रकाश ने ‘कब्रिस्तान और श्मशान’ वाले बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना करते हुए आज भोपाल में कहा कि इससे लगता है कि मोदी अब ‘खतरे के निशान’ पर आ गए हैं। प्रकाश ने मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा में नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी की आलोचना की और कहा कि नोटबंदी के निर्णय के बाद 100 दिन बीत गए हैं। इसके बावजूद सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर अपनी उपलब्धियां नहीं गिना पाई। नोटबंदी के कारण बैंकों के बाहर लाइन में लगकर जिन लोगों की मौत हुयी है, उनका क्या कसूर था।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें दिल्ली से इस मसले पर ज्यादा उम्मीद नहीं है लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बताना चाहिए कि मध्यप्रदेश में नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में लगने वाले कितने लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के आश्रितों को राज्य सरकार को मुआवजा भी देना चाहिए।
नोटबंदी के निर्णय को अनावश्यक बताते हुए प्रकाश ने कहा कि अब देश के 18 लाख लोगों को आयकर विभाग द्वारा नोटिस भेजने की खबरें आ रही हैं। यह नोटिस नागरिकों को परेशान करने के उद्देश्य से दिए जा रहे हैं। उन्होंने जानना चाहा कि यह नोटिस किन नियम कानूनों के तहत दिए जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश समेत पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों की चर्चा करते हुए प्रकाश ने कहा कि भाजपा किसी भी राज्य में जीतने वाली नहीं है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ‘पांच शून्य’ से ये चुनाव हारेगी।
22 फरवरी को विधानसभा के घेराव और कांग्रेस के जंगी प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं। पूरे भोपाल को पोस्टर-बैनर होर्डिंग्स से पाट दिया गया है। जिला प्रशासन और नगर निगम की मुहिम के बावजूद चारों तरफ कांग्रेस के बैनर नजर आ रहे हैं। इस प्रतिस्पर्धा में पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक काफी आगे नजर आ रहे हैं। कमलनाथ कैंप की तरफ से पूर्व सांसद सज्जन वर्मा ने पिछले तीन दिन से कमान संभाली है, जबकि सिंधिया कैंप से महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और तुलसी सिलावट, महेंद्र सिसोदिया सक्रिय नजर आ रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को एक मंच पर लाने के लिए राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा सक्रिय रहे। उन्होंने ही कमलनाथ के साथ सिंधिया और दिग्विजय सिंह को जोड़ते हुए सबको एक मंच पर ला खड़ा किया है।
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