बांदा से आशीष सागर।
बसपा छोड़कर बसपा से निष्कासित दद्दू प्रसाद के अनुयायी बने फिर स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ बीजेपी में शामिल हुए बाँदा की तिंदवारी सीट से जीतकर निर्वाचित विधायक ब्रजेश प्रजापति यूपी सरकार में मंत्री बनाये जाने की मांग करवाने लगे हैं। गौरतलब है पिछले विधानसभा में इस सीट पर करीब 84 हजार वोट पड़ा था जो अबकी 1,69076 मतदान है।
निर्वाचित विधायक तिंदवारी में अपनी जमीनी हैसियत बखूबी जानते हैं,विधानसभा से उनका नाता न रहा।चुनाव के दो हफ्ते पूर्व बीजेपी से टिकट मिला, बीजेपी जिला इकाई ने खुलकर इस प्रत्याशी का विरोध प्रदर्शन किया। टिकट देने की नाराजगी से बाद में सुलह हुई और सीट को साम-दाम-दंड भेद से पार लगाने की रणनीति बनी।
ये विधायक नोटबंदी,पलायन मुद्दे के बाद भी लगभग 37407 वोट से जीते हैं। बीजेपी को ध्यान दिलाना चाहता हूँ ब्रजेश कभी समाजवादी पार्टी के गायत्री प्रजापति का भी अभिनन्दन कर चुके हैं। इसलिए गैर भाजपाई उछल कूंद वाले सभी नेताओं से सावधान रहने की आवश्यकता है,सियासत ने पद,नाम-रुपया की भूख ने ही सपा में गायत्री को पैदा किया है। बसपा में बाबूसिंह कुशवाहा-नसीम हुए इन कृत्य से परहेज करते हुए निष्पक्ष,जीवटता वाले लोगों को प्रदेश का नेतृत्व सौपें ताकि आपकी 'भ्रस्टाचार-गुंडाराज मुक्त ' सरकार के दावों पर पूर्ण बहुमत से अधिक मत का विस्वास बरकरार रहे...वैसे भी साख पे बट्टा लगते देर नहीं लगती है, सत्ता मद बड़ा अफलातूनी होता है।
फेसबुक वॉल से।
Comments