मल्हार मीडिया ब्यूरो।
नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार शाम राज्यपाल से मिलकर उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया। इसी के साथ ही 20 महीने से चल रही महागठबंधन (जेडीयू-कांग्रेस-आरजेडी) की सरकार का अंत हो गया।
इस बीच ऐसे संकेत हैं कि नीतीश कुमार अब बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में सरकार गठन कर सकते हैं। वहीं आरजेडी की तरफ से गठबंधन सरकार बचाने की कवायद शुरू हो गई है और आरजेडी सुप्रीमो ने एक फॉर्मूला रखा है।
वहीं नीतीश के इस कदम के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी मीडिया के सामने आए और नीतीश कुमार पर कई संगीन आरोप लगाए। लालू यादव ने नीतीश कुमार पर विभिन्न धाराओं के तहत लगे आरोपों की फेहरिस्त बताई। आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, नीतीश कुमार के खिलाफ मर्डर केस दर्ज है, जिसमें उन्हें उम्र कैद की सजा भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने खुद चुनावी हलफनामे में 302 और 307 की धारा के तहत केस की बात स्वीकारी थी। नीतीश को पता था कि वे बचेंगे नहीं, वह उम्रकैद और फांसी की सजा से डर गए, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, नीतीश ने कहा था मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। नीतीश और मोदी में सेटिंग है. BJP से समर्थन पर नीतीश ने ना नहीं कहा।
वहीं लालू यादव ने साथ ही कहा कि महागठबंधन अकेले नीतीश कुमार का फैसला नहीं था। उन्होंने कहा, हम बिहार में राष्ट्रपति शासन नहीं चाहते। आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस मिलकर नया नेता चुने। ना तेजस्वी, ना नीतीश कोई तीसरा राज्य का मुख्यमंत्री बने।
वहीं तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जेडीयू की तरफ से सार्वजनिक सफाई मांगे जाने के सवाल पर आरजेडी सुप्रीमो ने कहा, जेडीयू कोई थाना नहीं और जेडीयू के प्रवक्ता सीबीआई नहीं हैं। हमने संबंधित जांच एजेंसी को सफाई देने की बात कही थी।
बता दें कि पिछले 15 दिन से बिहार में सियासी खींचतान चल रही थी। लालू यादव के बेटे और बिहार में डिप्टी सीएम तेजस्वी पर करप्शन के आरोपों के चलते विवाद चल रहा था।
इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने कहा कि मैंने महामहिम से मुलाकात कर इस्तीफा सौंप दिया है। हमसे जितना हुआ उतना गठबंधन का धर्म निभाया, जनता के हित में काम किया। लगातार बिहार के लिए काम करने की कोशिश की। जो माहौल था, उसमें काम करना मुश्किल था। हमने तेजस्वी से इस्तीफा नहीं मांगा, लेकिन लालू और तेजस्वी से यही कहा कि जो भी आरोप लगे हैं, उसे साफ करें।
स्पष्टीकरण करना बहुत जरूरी है, लेकिन वो भी नहीं हो पा रहा है. तेजस्वी पर आरोपों से गलत धारणा बन रही है. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष से हमने कहा कि कुछ तो ऐसा करिए जिससे रास्ता निकले, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था। अंतरात्मा की आवाज के बाद दिया इस्तीफा।
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