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सीएम से शराबबंदी की मांग करने वाले मंत्री पुत्र की सफाई, सरकार को कटघरे में खड़ा करने की नहीं थी मंशा

राजनीति            Apr 04, 2017


मल्हार मीडिया।
सामाजिक विषय को कुछ लोग बनाना चाहते हैं राजनीतिक मुद्दा।
शराब बंदी को लेकर मेरे द्वारा फेसबुक पर व्यक्त किये गए विचार को कुछ लोग सरकार विरोधी बयान के तौर पर पेश कर रहे है। मेरा उन सभी से विनम्र निवेदन है कि मेरे विचार किसी व्यक्ति संस्था या सरकार के खिलाफ नहीं है। विचार व्यक्त करते समय शब्दों का चयन जरूर गलत हो सकता है परंतु मेरा मंतव्य कतई गलत नही है।

महिलाओं के द्वारा समस्या से अवगत करने पर भावावेश में गलत शब्दों के चयन से ऐसा लग सकता है परंतु मैंने अपनी सरकार या पार्टी के प्रति कोई संदेह या सवाल खड़ा नहीं किया। हमारी सरकार तथा हमारे मुखिया लोकप्रिय तथा जनता हितैषी है। ऐसा कोई कारण नहीं है कि मैं अपनी सरकार की मंशा पर संदेह व्यक्त करूँ। समय समय पर हमारी सरकार ने नशा की रोकथाम के लिए कदम उठाए है ।जिसमें प्रदेश में शराब की कोई नई दुकान न खोले जाने का निर्णय तथा नर्मदा जी के किनारे कोई भी शराब दुकान न खोले जाने का निर्णय शामिल है।

इसीलिए यह कतई नही कहा जा सकता कि हमारी सरकार शराब बंदी को लेकर गंभीर नही है। मैंने मात्र स्वयं के विवेक से आस पास के माहौल को समझ कर नशा बंदी के विषय में त्वरित कार्यवाही करने का निवेदन किया है ।

वह सभी लोग जो मेरे बयान के आधार पर मेरे कंधे पर बान्दूक रख कर मेरी पार्टी तथा सरकार पर निशाना साधना चाहते है वह कभी अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे। मैं पुनः कहना चाहता हूं कि मेरे द्वारा दिया गया वक्तव्य जिसमें कुम्भकर्णी नींद तथा मुख्यमंत्री जी के शांत रहने का उल्लेख केवल शब्दों के गलत चयन के कारण हुआ है। तथा मेरी मंशा कतई भी सरकार या शासन को कटघरे में खड़ा करने की नहीं है। मैं भारतीय जनता पार्टी का एक निष्ठावान कार्यकर्ता हूँ तथा सामाजिक विषय से पार्टी को अवगत कराना चाहता था। तथा पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता होने के नाते मैं कभी सपने में भी अपनी पार्टी तथा सरकार पर आक्षेप नही लगा सकता। मेरे वक्तव्य से अगर मेरी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को परेशानी हुई हो तो मैं हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ।



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