Breaking News

मप्र में किसानों को कर्जमाफी नहीं फसल का उचित मूल्य मिलेगा

राज्य            Jul 13, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्यप्रदेश में किसान कर्जमाफी और फसल के उचित दाम के लिए संघर्ष कर रहे हैं। राज्य के मंदसौर में तो छह किसानों ने अपनी मांग को लेकर पुलिस कार्रवाई में जान तक दे चुके हैं। इसके बाद किसानों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उनकी कर्ज माफी की मांग पर मुहर लगा देंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ और मुख्यमंत्री चौहान ने कर्जमाफी से साफ इनकार करते हुए उचित मूल्य पर उपज खरीदने का भरोसा जरूर दिलाया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाजापुर के शुजालपुर विधानसभा क्षेत्र के अकोदिया मंडी में बुधवार को आयोजित आमसभा में कहा, "कर्जमाफी की बजाए किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाया जाएगा। कर्जमाफी समस्या का समाधान नहीं है। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिलेगा, तो उनकी माली हालत मजबूत होगी और खेती लाभ का धंधा बनेगी।"

उन्होंने आगे कहा, "इस साल प्याज का बंपर उत्पादन हुआ है। सरकार ने आठ रुपए किलो प्याज की खरीदी की है, अकेले शाजापुर जिले में एक लाख 22 हजार मेट्रिक टन प्याज आठ रुपये किलो की दर पर खरीदा गया है। किसानों की मंडियों में भुगतान संबधी समस्याओं का निराकरण भी सरकार कर रही है। अब मंडियों में जितनी राशि उपलब्ध होगी उतना नगद भुगतान किया जाएगा और बाकी राशि आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में अगले दिन तक जमा हो जाएगी, ऐसी व्यवस्था सरकार ने सुनिश्चित की है।

उन्होंने कहा कि सरकार मूंग, उड़द, अरहर समर्थन मूल्य पर खरीद रही है। सोयाबीन भी समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी।

राज्य के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन लगातार कहते आ रहे हैं कि सरकार कर्जमाफी नहीं करेगी, क्योंकि राज्य सरकार किसान को शून्य प्रतिशत और खाद-बीज के कर्ज पर तो 10 प्रतिशत की अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है, ऐसे में कर्जमाफी कैसे की जाए। कृषि मंत्री की बात पर बुधवार को मुख्यमंत्री चौहान ने भी शाजापुर में आयोजित एक सभा में मुहर लगा दी।

 



इस खबर को शेयर करें


Comments