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तेंदूपत्ता गोदाम में सीट बनाते ऊपर से गिरा युवक मौत,वन विभाग ने झाड़ा पल्ला

राज्य            Jun 12, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो उमरिया।
मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के पनपथा तेंदू पत्ता गोदाम में सीट बनाते समय ऊपर से गिरने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है।

उमरिया जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर तेंदू पत्ता गोदाम पनपथा में दमोय समिति का तेंदू पत्ता भंडारण का काम चल रहा था। 5 जून को रात में लगभग साढ़े 8 बजे जिला अस्पताल उमरिया में जबलपुर मोतीनाला के ठेकेदार ए एच कंपनी के लोग गंभीर रूप से घायल युवक को अपने वाहन से लेकर आये और जिला अस्पताल में भरती करवा दिया। घायल के साथी छत्रपाल साहू ने बताया कि हम लोगों को ठेकेदार जमील अहमद के आदमी ने कहा कि गोदाम की टूटी हुई सीट बन जायेगी तो मृतक बनाने को तैयार हो गया और ऊपर छप्पर पर चढ़ कर बनाने लगा। सीट लगाने के बाद जैसे ही नीचे उतरने को हुआ और अपना पाना उठाने लगा सीट टूट गई जिससे लगभग 25 फीट नीचे फर्श पर सर के बल गिर गया और गिरते ही बेहोश हो गया ठेकेदार जमील अहमद के आदमी अपनी जीप से उमरिया जिला अस्पताल लेकर आये और भरती करवा कर गायब हो गए।

इस मामले में जब वन विभाग के अधिकारीयों से बात करने का प्रयास किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया, पनपथा रेंजर वीरेंद्र ज्योतिषी से बाद में बात हुई तो पल्ला झाड़ते नजर आये और सारी जबाबदारी ठेकेदार के सर मढ कर अपने आप को पाक साफ़ बताने लगे। उनका कहना है कि ये एन सी डी सी तेंदू पत्ता गोदाम पनपथा में है वहां दमोय समिति का पत्ता भंडारण का काम हो गया था क्रेता प्रतिनिधि जबलपुर के मोतीनाला के हैं ए एच एंड कंपनी के नाम से उनने पत्ता लिया है। सीट अपने मन से लेकर आये न किसी कर्मचारी से पूंछे न विभाग से पूंछे, ऊपर चढ़ कर उससे ठीक करवाते रहे उतरते समय बताते हैं स्लिप होकर गोदाम में गिर गया जिससे उसको चोट लग गई, हमको सूचना आई जब तक हम वहां पर पहुंचे तब तक अपनी जीप में लेकर उसको उमरिया जिला अस्पताल चले गए और भरती करवा दिए आज सुबह 7 बज कर 51 मिनट पर क्रेता प्रतिनिधि मोहम्मद मुबीन का फोन आया कि उसकी मौत हो गई, जबकि हमने रिपेयरिंग के लिए लिखित में स्वीकृति माँगा हुआ था स्वीकृति का इंतज़ार कर रहे थे कि जैसे स्वीकृति आ जाय तब हम रिपेयरिंग करवाते, उसके पहले उनने अपने मन से सब कर लिया जिससे दुर्घटना हो गई। गौरतलब है कि सीट बनवाते समय किसी सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया और नोडल अधिकारी का गैर जिम्मेदाराना कथन भी वन विभाग को कटघरे में खडा कर रहा है, जबकि सीट बनवाने की जिम्मेदारी वन विभाग की है।

इस मामले में जब जिला अस्पताल के डाक्टर प्रमोद द्विवेदी एवं अस्पताल चौकी प्रभारी गोद्विज प्रसाद से जानकारी ली गई तो मजदूर की मौत आधे घंटे के भीतर होना बताई गई। डियूटी डाक्टर का कहना है कि हमारे पास लगभग साढ़े 8 बजे गंभीर घायल को लेकर आये उसके सर में चोट लगा था मुंह, नाक, कान से खून निकल रहा था हमने प्रयास किया और 108 से जबलपुर भेजने के लिए काल किया लेकिन रिकव्हर नहीं कर पाए और आधे घंटे में मौत हो गई, दूसरे दिन पोस्ट मार्टम करके शव घर वालों को सौंप दिए। वहीं जिला अस्पताल चौकी प्रभारी का भी कहना है कि हमारे पास तहरीर आई थी कि राजमणि साहू निवासी ग्राम कछरवार की तेदू पत्ता गोदाम में गिरने से मौत हो गई है तो पंचनामा करावा कर पोस्ट मार्टम कैअवा दिए और मामला इन्दवार थाने का होने के कारण जांच के लिए इन्दवार थाने भेज रहे हैं।

वन विभाग की मनमानी और अफसरशाही के चलते वन विभाग इस मौत के मामले में अपने आप को निर्दोष साबित कर ठेकेदार को दोषी बना रहा है जबकि सारी जिम्मेदारी वन विभाग और ठेकेदार की है, विभाग मुआवजा देने से बचने के लिए ठेकेदार के सर थोप रहा है, लेकिन गरीब के घर का कमाने वाला दोनों की लापरवाही के चलते चल बसा, अब तो बस पुलिस के जांच का इंतज़ार है कि किसको दोषी माना जाता है।



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