राकेश दुबे।
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उसी राय पर पहुंचे है जिस पर कुछ दिन पहले कमलनाथ थे। इन्हें भी पिछले चुनाव की हार कारण पता लग गया है।
इस चुनाव में क्या हो इससे इतर कांग्रेस यही सोचने में लगी है पिछली बार क्यों हारे थे और कारण क्या था ? यह मंथन विश्लेष्ण तक तो ठीक था पर इससे अन्य गुटों में हीनता की भावना तेज हो रही है।
अन्य गुट यह मान कर चलने लगे हैं कि ऐसा ही चला तो चुनाव आते-आते मध्यप्रदेश में कांग्रेस वहीं पहुंच जाएगी जहाँ वो पिछले चुनाव में खड़ी थी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक इंटरव्यू में माना है कि मध्य प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस की हार की बहुत बड़ी वजह गुटबाज़ी रही है। कांग्रेस नेताओं के आपसी टकरावों की वजह से पार्टी को नुकसान पहुंचा।
कारण हमने एक संयुक्त इकाई के रूप में काम नहीं किया था। सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस नेताओं के आपसी टकरावों की वजह से पार्टी को नुकसान पहुंचा, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, तत्समय एक हमने संभवतः एक संयुक्त इकाई के रूप में काम नहीं किया है। अपने सर्वोत्तम प्रयासों को एक साथ नहीं रखा सके।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि गुटबाजी ने एक बड़ी भूमिका निभाई, मैं किसी एक्स या वाई पर आरोप नहीं लगा रहा हूं बल्कि हम सभी को दोषी हैं।
सिंधिया ने कहा कि इस बार हम अपनी उस क्षमता का आकलन कर रहे है जिससे हम वोटरों पर असर डाल सकते हैं, और हमें अपने एजेंडा पर विश्वास है। उन्होंने यहाँ तक कहा किमुझे लगता है कि यह पिछले ३ चुनावों में बीजेपी जीत नहीं हुई है, मुझे लगता है कि यह कांग्रेस की हार है
यह पूछने पर कि गुटबाजी में तब भी सिंधिया गुट, कमलनाथ गुट, दिग्विजय गुट, गुट असली में थे? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जीवन में, किसी भी संगठन में मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण है एक साथ आना।
इसलिए हम सबको मिलकर किसी एक मुद्दे को ढूढंना चाहिए और फिर उस पर साथ आगे चलना चाहिए। हमने इस बार यही काम किया है, पिछले २ साल से हमने मुद्दे ढूढने का अभियान शुरू किया है और पहले से निर्णय किया हैकि इस चुनाव में किसकी भूमिका क्या रहे ?उन्होंने कहा कि हम सभी एक साथ बैठे और हमारे संबंधों को मजबूत किया।
हमें विश्वास है कि इस बार कांग्रेस जीत दर्ज करेगी, इस बार माहौल जो हमारे पक्ष में है ऐसा पहले नहीं था।
पहले कमलनाथ और अब ज्योतिरादित्य के बयान से कांग्रेस के दूसरे गुटों में हताश फैल गई है दिग्विजय गुट के एक नेता की टिप्पणी है “ हमने कुछ किया था, उसकी आलोचना करने का उनको कोई अधिकार नहीं है, जिन्होंने ने तब कुछ नहीं किया और अब भी सिर्फ बयानबाज़ी करके माहौल बिगाड रहे हैं।”
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